मेहंदी लगाए बैठी रह गई दुल्हन,नहीं पहुंची बारात।
शादी को लेकर घर में गहमागहमी थी। पकवान बन चुके थे। मेहमान लजीज व्यंजनों का लुत्फ उड़ा रहे थे। दुल्हन भी हाथों में मेंहदी सजाएं दूल्हे राजा का इंतजार कर रही थी। लेकिन वक्त पर दूल्हे राजा बारात लेकर दुल्हन के घर नहीं पहुंचे तो घरवालों में शंकाएं उठने लगी।
लखनऊ।
सीतापुर। शादी को लेकर घर में गहमागहमी थी। पकवान बन चुके थे। मेहमान लजीज व्यंजनों का लुत्फ उड़ा रहे थे। दुल्हन भी हाथों में मेंहदी सजाएं दूल्हे राजा का इंतजार कर रही थी। लेकिन वक्त पर दूल्हे राजा बारात लेकर दुल्हन के घर नहीं पहुंचे तो घरवालों में शंकाएं उठने लगी। बारात आने में देर देखी तो दूल्हे के घर दुल्हन वाले खैर खबर लेने पहुंचे। वहां का मांजरा ही दूसरा निकला। दूल्हे ने दहेज में बुलेट की डिमांड रख दी। इसको सुनते ही गरीब लडक़ी वालों के पैरों तले जमीन खिसक गई। दुल्हन की मां ने पुलिस से शिकायत की है। मामला सकरन थानाक्षेत्र के मड़ोर गांव का है। दोनों पक्ष एक ही गांव के रहने वाले हैं। मडोर गांव निवासी मैसर जहां ने अपनी लडक़ी की शादी गांव के ही निवासी जुम्मन के लडक़े नफीस के साथ तय की थी। गुरूवार को बारात आनी थी। लडक़ी पक्ष ने बारातियों के स्वागत व खाने पीने की भरपूर व्यवस्था की थी। लडक़ी पक्ष के सारे मेहमान भी आ चुके थे। बारातियों के बैठने व खाने के लिये टेंट पांडाल की व्यवस्था हो चुकी थी। मगर शबीना को क्या पता था कि उसके हाथों में लगी मेंहदी यूं ही लगी रह जाएगी। शाम पांच बजे तक जब बारात नहीं आई तो लडक़ी पक्ष के लोगों को चिन्ता हुई। तब लडक़ी पक्ष के लोग लडक़े के घर गए। जहां लडक़े के भाई व मामा ने दहेज में बुलेट की मांग करते हुए कहा कि जब तक बुलेट लाकर नहीं दोगे तब तक बारात नहीं लेकर आएंगे। लडक़े पक्ष की अचानक इस डिमांड से गरीब लडक़ी वाले दंग रह गए। एक ओर दहेज के लिए जहां शबीना का निकाह नहीं हो सका। वहीं बारातियों के लिए बनवाया गया सारा खाना खराब हो गया। लडक़ी पक्ष ने मामले की तहरीर पुलिस को दी है। पुलिस लडक़े के पिता जुम्मन व मामा जमाल को पकडक़र थाने ले आई है। एसओ पुष्पराज कुशवाहा का कहना है सूचना पर पुलिस मौके पर गई थी। अभी तक मामले की तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी