लखनऊ: विश्व पटल पर 7 साल के विवान अपनी चित्रकारी से लुप्त हो रही भारतीय लोक कलाओं को कर रहे प्रदर्शित
क्या 7 सात साल का बच्चा प्रोफेशनल चित्रकार की तरह पेंटिंग्स बना सकता है। यह सुनकर आप सभी को आश्चचर्य जरूर लगेगा लेकिन लखनऊ के 7 वर्षीय विवान अपनी चित्रकारी से सभी को आश्चर्यचकित कर रहें हैं।
क्या 7 सात साल का बच्चा प्रोफेशनल चित्रकार की तरह पेंटिंग्स बना सकता है? जवाब सुनकर आप को भी आश्चचर्य होगा लेकिन लखनऊ के 7 वर्षीय विवान अपनी चित्रकारी से सभी को आश्चर्यचकित कर रहें हैं। इतनी काम उम्र के बच्चे जिस उम्र में खेलने के बारे में सोंचते है, पढ़ाई से दूर भागते हैं उस उम्र में विवान भारत की लुप्त हो रही परम्पराओं को लेकर अपनी पेंटिंग बना रहे हैं। और न सिर्फ पेंटिंग बना रहे हैं बल्कि लोगों के बीच में मधुबनी, वरली, गोंड जैसी लुप्त होती कलाओं को लेकर जागरूकता भी बढ़ा रहे हैं।
विद्या देते दान गुरूजी, हर लेते अज्ञान गुरूजी...
विवान अपने नाम के शाब्दिक अर्थ की तरह ही न सिर्फ लखनऊ बल्कि पूरे देश पर अपनी कलाकृतियों का प्रकाश दाल रहे हैं। और जैसा की हिंदी एक कवि ने कहा है की "विद्या देते दान गुरूजी, हर लेते अज्ञान गुरूजी" ठीक उसी तरह से विवान के जीवन में उनके गुरु का अहम योगदान रहा और है, विवान बताते हैं की उनको ऐसा करने में उनके गुरु पंकज गुप्ता ने उनकी बहुत मदद की। विवान आगे कहते हैं की उन्हें लोगों से बातें करना बहुत अच्छा लगता है, उनकी पेंटिंग वरली उनकी अबतक की सबसे पसंदीदा पेंटिंग्स में से एक है।
माता-पिता का पूर्ण सहयोग
विवान बताते हैं की उनके पिता नितिन कपूर और उनकी माता प्रताक्षी कपूर उनका जीवन के हर पड़ाव पर उत्साहवर्धन करते हैं और उनकी मदद करते हैं। उनके माता-पिता कहते की हम अपने बच्चे की उनके कार्य की सराहना करते हैं और और तन मन एवं धन से उसका सहयोग करते हैं और आगे भी करते रहेंगे।
बच्चों में एकाग्रता की कमी- डॉ० वंदना सहगल
कार्यक्रम में मुख्या अतिथि के तौर पर डॉ॰ ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश के आर्किटेक्चर डिपार्टमेंट की डीन डॉ० वंदना सहगल मौजूद रही और जब हमने उनसे विवान की प्रतिभा को लेकर बातचीत किया तो उन्होंने कहा की विवान में एकाग्रता और सहनशीलता बहुत अच्छी है और जिसकी आज के युवाओं में की भरी कमी है, आज की युवा पढ़ी को विवान से सीखना चाहिए की काम करने की इच्छाशक्ति होने के साथ ही कार्यकुशल होना भी बहुत आवश्यक है।