गोरखपुर: छेड़छाड़ के आरोपित भाजपा नेता की गिरफ्तारी के लिए 15 टीमें गठित, शुरू हो गई छापेमारी
हत्या दुष्कर्म और छेड़छाड़ के मामले में मुकदमा दर्ज होने के सात दिन बाद भी भाजपा नेता पुलिस की पकड़ में नहीं आया है। इसको देखते हुए अब एसओजी (स्पेशल आपरेशन ग्रुप) स्वाट (स्पेशल विपंस एंड टैक्टिस) व सर्विलांस समेत कुल 15 टीमें गठित की गई हैं। आरोपित भाजपा नेता को पकड़ने के लिए अलग-अग शहरों में छापेमारी भी शुरू हो गई है।
हत्या, दुष्कर्म और छेड़छाड़ के मामले में मुकदमा दर्ज होने के सात दिन बाद भी भाजपा नेता पुलिस की पकड़ से दूर है। आरोपित के घर 41 सीआरपीसी का नोटिस चस्पा करने के बाद पुलिस अधीक्षक ने गिरफ्तारी के लिए एसओजी (स्पेशल आपरेशन ग्रुप), स्वाट (स्पेशल विपंस एंड टैक्टिस) व सर्विलांस समेत कुल 15 टीमें गठित की हैं। यह टीमें महराजगंज से लेकर मूल निवास देवरिया और फिर प्रयागराज में लगातार छापेमारी कर रहीं हैं।
आरोपित के जमानत के लिए हाईकोर्ट, प्रयागराज पहुंचने के इनपुट पुलिस को मिले हैं। छह सितंबर को थाने से छोड़ने के समय शहर निवासी दो लोग उसकी सुपुर्दगी लेने पहुंचे थे। जिनमें से शहर निवासी और एसपी आफिस के परिवार परामर्श केंद्र में तैनात काउंसलर तथा दूसरे बसंतपुर राजा निवासी पार्टी के पूर्व नेता बताए जा रहे हैं।
पुलिस की अब तक की जांच से क्या निकला
पुलिस की अब तक की जांच के अनुसार अंतिम बार आरोपित को बसंतपुर राजा निवासी सुपुर्दर्गी लेने वाले व्यक्ति की कार में देखा गया था। पुलिस की टीमें आरोपित के मूल निवास देवरिया के अलावा कसया, मुंबई, गोरखपुर, वाराणसी और प्रयागराज में छापेमारी कर रही हैं। अपर पुलिस अधीक्षक आतिश कुमार सिंह ने बताया कि आरोपित की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
परतावल और कसया में रुकने के मिले है साक्ष्य
छह सितंबर को महराजगंज कोतवाली से छोड़ने के बाद आरोपित नेता परतावल में एक जानने वाले के घर रुका हुआ था। अगले दिन कसया में रुकने की भी जानकारी पुलिस को मिली है। जिसके बाद पुलिस महराजगंज से लेकर परतावल और फिर कुशीगनर जाने वाले मार्गों पर लगे लगभग प्रत्येक सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है।