बाराबंकी: घाघरा में डूबे 4 बच्चे, बचाने में एक किसान की भी डूबकर मौत, 4 के शव निकाले, एक लापता; सर्च ऑपरेशन जरी
बाराबंकी में शनिवार को घाघरा नदी में नहाते समय 4 बच्चों समेत 5 लोग डूब गए। 4 के शव निकाले गए। एक की तलाश में फ्लड यूनिट और SDRF की टीम ने देर रात तक सर्च ऑपरेशन चलाया। लेकिन उनका पता नहीं चला।
रविवार सुबह 6 बजे फिर फ्लड यूनिट और एसडीआरएफ की टीम घाट पर पहुंची। 5 टीम ने 2 किलोमीटर की रेंज में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। दोपहर तक लापता दोनों में किसी का पता नहीं चला है। वहीं, मौके पर परिजनों के अलावा भारी संख्या में ग्रामीण और पुलिस के जवान मौजूद हैं
पुलिस ने दोपहर में चारों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए लेकर मॉर्च्युरी पहुंची। जहां तीन बच्चों समेत एक युवक के शव का पोस्टमॉर्टम किया जा रहा है।
चारों बच्चे आपस में रिश्तेदार
चारों बच्चे आपस में रिश्तेदार हैं। वहीं एक युवक बच्चों को बचाने में डूब गया। घटना के बाद वहां चीख-पुकार मच गई। नदी किनारे लोगों की भीड़ लग गई। पुलिस को सूचना दी गई। स्थानीय लोगों और गोताखार बच्चों को बचाने में नदी में कूद पड़े।
कुछ देर में DM सत्येंद्र कुमार, SP दिनेश कुमार सिंह समेत कई अफसर वहां पहुंचे। परिजन वहां आए तो घाट पर मातम छा गया। महिलाएं चीखने-चिल्लाने लगीं। पुलिसकर्मियों और साथ आए लोगों ने उन्हें संभाला। हादसा थाना राम सनेही घाट के चिर्रा गांव में हुआ है।
मृतकों के परिजनों को 4 लाख की आर्थिक सहायता
डीएम ने बताया कि पांच लोग नदी में डूबे थे। सूचना पर फ्लड यूनिट और SDRF की टीम को लगाया गया था। शाम तक तीन शव बरामद हो गए हैं। अंधेरा होने के कारण सर्च ऑपरेशन को रोक दिया गया। मृतकों के परिवार को 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
"बहन को संभालना मुश्किल, सब खत्म हो गया"
मृतक अयान के मामा मुज्जमिल ने बताया, मेरा भांजा गांव के बच्चों के साथ नहाने गया था। वहां नहाने के दौरान 3 बच्चे डूबने लगे तो मेरे भांजे ने यह देखकर शोर मचाया। वह उन्हें बचाने के लिए नदी में उतरा। इस दौरान खुद भी डूब गया। जिससे उसकी मौत हो गई। हमारा सब कुछ खत्म हो गया। मेरी बहन को संभालना मुश्किल हो रहा है।
वह अपने भाई का नाम लेकर चीख रही है। बेसुध हाे जा रही है। पूरे गांव में मातम पसरा है। अल्लाह ने ये कैसा दिन दिखा दिया। अब क्या कहें। मेरे भांजे समेत दो बच्चों के शव तो मेरे सामने ही निकाले गए। एक शव बाद में मिला।
एक-दूसरे को बचाने में नदी में डूबे बच्चे
चिर्रा गांव निवासी 4 बच्चे अहम रजा (15) पुत्र मो. शकील, हमजा (12) पुत्र मो. शकील, शाफ अहमद (12) पुत्र महमूद आलम और मोहम्मद अयान (10) घाघरा नदीं में शनिवार दोपहर नहाने गए थे। नहाने के दौरान कुछ बच्चे गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे। उन्हें डूबते देख अन्य बच्चों ने शोर मचाया। वो डूब रहे बच्चों को बचाने के लिए आगे बढ़े, तो खुद भी डूबने लगे।
बच्चों को बचाने के लिए कूदा, खुद भी डूबा
बताया जा रहा है कि नदी में जब चारों बच्चे डूब रहे थे तो वहीं पास में नूर आलम (26) अपने खेतों की जुताई कर रहा था। उसे बच्चों के चीखने की आवाज सुनी तो वह नदी के पास पहुंचा। बच्चों को बचाने के लिए नदी में कूद गया। लेकिन बच्चों को बचाने में नूर आलम गहरे पानी में खुद भी डूब गया।
2 बच्चों ने अस्पताल जाते समय रास्ते में तोड़ा दम
गोताखोरों ने शाफ अहमद और अमान को बाहर निकाल लिया। उस समय उनकी सांस चल रही थी, लेकिन अस्पताल ले जाते वक्त उनकी रास्ते में मौत हो गई। वहीं कुछ देर बार हमजा का शव भी बरामद हो गया। रविवार दोपहर नूर आलम का शव भी बरामद हो गया।
मौसी के घर आया था अयान
अयान अयोध्या में रुदौली थाना क्षेत्र के आयथर गांव का रहने वाला था। वह अपनी मां सादिया के साथ मौसी के घर चिर्रा गांव आया था। वहीं अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. अखिलेश नारायन सिंह ने बताया जल्द ही डूबने के बाद लापता हुए लोगों का भी पता लगा लिया जाएगा।