बाराबंकी: चिड़ियाघर से हंसी-खुशी और बात करते हुए लौट रहे थे बच्चे, अचानक हुए हादसे ने ख़त्म कर दी चार जिंदगियां
बाराबंकी में दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। परिषदीय विद्यालय के बच्चे मंगलवार को भ्रमण के लिए लखनऊ गए थे। लखनऊ से लाैटते समय स्कूल बस बाइक सवार को टक्कर मारते हुए अनियंत्रित होकर पलट गई। इस हादसे में एक बाइक सवार की मौत हो गई। वहीं दूसरी ओर बस में चार स्कूल बच्चों की भी दुर्घटना में मौत हो गई और 12 गंभीर से घायल हो गए।
बाराबंकी के विकास खंड सूरतगंज के हरक्का के कंपोजिट विद्यालय के बच्चों को चिड़ियाघर लखनऊ भ्रमण के लिए ले जाया गया था। वहीं से वापस आते समय देवा के सलारपुर के पास स्कूल बस के सामने बाइक सवार आ गया, जिसे बचाने के चक्कर में बस पलट गई।
देवा कोतवाली इलाके में पलटी बस में करीब 50 लोग सवार थे। जबकि यह बस केवल 32 सीटर क्षमता की है। आखिर यह अनदेखी कैसे हुई यह भी बड़ा सवाल है, बस को तीन दिन का विशेष परमिट जारी किया गया था।
स्थानीय लोगों के अनुसार, बस की रफ्तार तेज थी। जब बस के सामने अचानक बाइक आई तो चालक संतुलन खो बैठा। अचानक ब्रेक लगी तो बस पलट गई। दरअसल, शिक्षा विभाग को बच्चों को शैक्षिक भ्रमण पर भेजने के लिए निजी बस का प्रयोग ही करता है।
सिद्धौर कस्बे के शहाबुद्दीन की इस बस को विभाग ने बुक किया था। एआरटीओ अकिंता के अनुसार बस के संचालन का परमिट 18 अगस्त तक वैध है। जबकि फिटनेस 17 जुलाई तक व बीमा 30 जुलाई तक है।
बस को दो से चार अप्रैल तक का विशेष परमिट दिया गया था। लेकिन सवाल यह उठता है कि 32 सीटों वाली बस में 50 सवारी कैसे बैठाई गईं। विभाग के ही अनुसार भ्रमण पर 42 बच्चे गए थे। छह शिक्षक थे। चालक व परिचालक मिलाकर 50 लोग थे।
गम और गुस्से के बीच सेवाभाव का अद्भुत नजारा
सड़क हादसे में बच्चों की मौत के बाद लोगों में जहां गुस्सा था वहीं लोग घटना से दुखी भी थे। इन सबके बीच जिला अस्पताल की इमरजेंसी में सेवा भाव का जो अद्भूत नजारा दिखा सुखद रहा। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार सूचना मिलने के 15 मिनट के अंदर देवा सीएचसी पहुंच बचाव कार्य की कमान संभाल ली।
वहीं से फोन पर अफसरों को निर्देश देते रहे कि किसे कहां पर रहना है और क्या करना है। इसके बाद वह एसपी दिनेश कुमार के साथ इमरजेंसी में भी पहुंचे। डॉक्टरों से उपचार की जानकारी ली और कहा कि बच्चों को बेहतर उपचार की सुविधा मुहैया कराई जाए।
हादसे की जानकारी मिलते ही इमरजेंसी को अलर्ट कर दिया गया। हादसे में घायल कक्षा छह के छात्र गुलशन, रागिनी और छोटू ने बताया कि वह चिड़ियाघर देखने के लिए गए थे। देवा के सलारपुर के पास बस पलट गई। हम लोग कुछ समझ ही नहीं पाए कि क्या हो गया। वहीं अजय का हाथ कट जाने के कारण लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया।
15 मिनट में ही पहुंच गईं एंबुलेंस
सीएमओ डॉ. अवधेश यादव ने बताया कि डीएम की सूचना के बाद इमरजेंसी और सीएचसी देवा के अधीक्षक डॉ. राधेश्याम गौड को अलर्ट कर दिया गया। 15 मिनट के बीच छह एंबुलेंस मौके पर रवाना कर दी गई। चिकित्सकों की टीम ने प्राथमिक उपचार के बाद घायलों को जिला अस्पताल भेजना शुरू कर दिया। सीएमएस ब्रजेश कुमार और सीएमएस प्रदीप कुमार को हादसे की जानकारी पर पहले ही अलर्ट कर दिया था।