दाऊद पर NIA का शिकंजा: टेरर फंडिंग जमा करने के मामले में मुंबई से दो गुर्गे गिरफ्तार, बॉलीवुड से वसूली का आरोप
अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम पर नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। देर रात मुंबई के वेस्टर्न सबर्बन इलाके में छापेमारी कर दो ऐसे लोगों को पकड़ा है जो दाऊद लिए फाइनेंस जमा करने का काम करते थे।
अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम पर नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। देर रात मुंबई के वेस्टर्न सबर्बन इलाके में छापेमारी कर दो ऐसे लोगों को पकड़ा है जो दाऊद लिए फाइनेंस जमा करने का काम करते थे। कुछ देर में दोनों को कस्टडी के लिए स्पेशल NIA कोर्ट में पेश किया जाएगा।
दोनों की पहचान आरिफ अबूबकर शेख (59) और शब्बीर शेख (51) के रूप में हुई है। आरोप है कि ये दोनों टेरर फंडिंग जमा करने के लिए बॉलीवुड के लोगों को धमकाने का काम करते थे। NIA को इस बात के पुख्ता सबूत मिले हैं कि ये दोनों दाऊद के राइट हैंड छोटा शकील के सीधे संपर्क में थे। शकील के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया हुआ है। सुरक्षा कारणों से NIA ने दोनों को अभी गुप्त स्थान पर रखा है।
NIA ने 29 जगहों पर की है छापेमारी
NIA सूत्रों के मुताबिक, छोटा शकील लगातार मुंबई से बाहर बैठ फिरौती, ड्रग्स और आतंकवाद फैलाने का काम देख रहा है। NIA नई दिल्ली, मुंबई सहित देश के विभिन्न हिस्सों में हिंसा भड़काने के लिए टेरर फंडिंग के मामले की जांच कर रही है।
इसी कड़ी में 9 मई को मुंबई में 24 स्थानों और मीरा- भायंदर में पांच स्थानों पर तलाशी ली गई थी। पूछताछ में दाऊद की दिवंगत बहन हसीना पारकर के बेटे और दाऊद के सहयोगी छोटा शकील के बहनोई सलीम फ्रूट को भी हिरासत में लिया गया था। इसके अलावा 20 अन्य लोगों से NIA लगातार पूछताछ कर रही है।
UAPA के तहत गिरफ्तार दाऊद के छोटे भाई इकबाल कासकर द्वारा कथित खुलासे के बाद सुबह छापेमारी शुरू हुई थी। NIA के अनुसार, दाऊद और उससे जुड़े लोग लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और अल कायदा (AQ) सहित अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठनों के साथ सक्रिय सहयोग में भी काम कर रहे हैं।
दाऊद मुंबई में लगातार फंड जुटाने का काम कर रहा NIA ने कहा कि डी-कंपनी के अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी नेटवर्क में दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों हाजी अनीस, छोटा शकील, जावेद पटेल और टाइगर मेमन से जुड़े आतंकवादी शामिल हैं। दाऊद मुंबई में लगातार फंड जुटाने का काम कर रहा है। NIA हथियारों की तस्करी, नार्को आतंकवाद, मनी लॉन्ड्रिंग, नकली करेंसी का प्रचलन और आतंकी फंड जुटाने के लिए प्रमुख संपत्तियों के अनधिकृत कब्जे और लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और अल कायदा सहित अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठनों के साथ सक्रिय सहयोग की जांच की जा रही है।
कई संदिग्ध दस्तावेज और उपकरण NIA के हाथ लगे
NIA ने दावा किया है, सोमवार (9 मई) को दाऊद इब्राहिम के संदिग्ध सहयोगियों के परिसरों की तलाशी के दौरान, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, अचल संपत्ति में निवेश के दस्तावेज, नकदी सहित विभिन्न सामग्री जब्त की गई।
NIA ने मांगी कासकर की हिरासत
कासकर की हिरासत की मांग करते हुए NIA ने मुंबई की एक विशेष अदालत को बताया कि डी-कंपनी ने विस्फोटकों और घातक हथियारों का उपयोग करके राजनेताओं, व्यापारियों और अन्य लोगों सहित प्रतिष्ठित व्यक्तियों पर हमला करने के लिए एक विशेष इकाई की स्थापना की थी। यह ऐसी घटनाओं को भड़काने की योजना बना रहा था, जिससे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र सहित भारत के विभिन्न हिस्सों में हिंसा हो सकती है।
नवाब मलिक पर भी हो चुकी है कार्रवाई
इससे पहले ED ने आरोप लगाया था कि नवाब मलिक ने डी-गैंग के सदस्यों की सक्रिय मिलीभगत से मलिक के परिवार के स्वामित्व वाली और उनके द्वारा नियंत्रित कंपनी सॉलिडस इनवेस्टमेंट्स के जरिए मुनीरा प्लंबर के स्वामित्व वाली एक संपत्ति को हथिया लिया। ED ने आरोप लगाया था कि संपत्ति हड़पने के लिए हसीना पारकर और नवाब मलिक ने इस आपराधिक कृत्य के लिए कई कानूनी दस्तावेजों को साठगांठ कर अंजाम दिया।
बता दें कि भारत ने संशोधित UAPA के तहत इब्राहिम और शकील को आतंकवादी घोषित किया है। पाकिस्तान, जिसने आतंकवादी को शरण दी थी, ने उसे आधिकारिक तौर पर प्रतिबंधों के तहत रखा है।