लखनऊ: मुंह पर बांधे रुमाल, महिलाओं को किया आगे- ऐसी थी प्लानिंग, एक परिवार ने बचाई पुलिसवालों की जान
पथराव के दौरान चार पुलिसकर्मी भाग रहे थे। पीछे से मुंह में रुमाल बांधे अराजकतत्व उन पर पथराव कर रहे थे। पुलिसकर्मियों को भागते देख अयोध्या रोड पर रहने वाले एक परिवार ने आनन-फानन अपने मकान का दरवाजा खोला और पुलिस कर्मियों को अंदर बुलाकर शरण दी। इसके बाद अराजकतत्वों ने उस घर पर भी पथराव किया।
सम्राट फर्नीचर का अवैध निर्माण गिरते ही अकबरनगर में महिलाओं, युवक और पुरुषों की हजारों संख्या में भीड़ जुट गई। साजिशन महिलाओं को आगे किया गया। पुलिस ने उग्र भीड़ को दौड़ाया तो लोग एलडीए के कैंप में घुस गए और फर्नीचर तोड़ दिया।
पथराव कर रहे अधिकतर लोग अपनी पहचान छिपाने के लिए मुंह में रुमाल बांधे थे। इस कारण पुलिस पहचान भी नहीं पा रही थी। अकबरनगर में बवाल की सूचना पर डीसीपी मध्य रवीना त्यागी, डीसीपी पश्चिम राहुल राज भारी फोर्स के साथ पहुंचे। इस बीच जेसीपी कानून एवं व्यस्था उपेंद्र कुमार अग्रवाल, एलडीए वीसी इंद्रमणि त्रिपाठी भी वहां पहुंच गए।
पुलिस ने बचाव में पथराव किया। भीड़ को खदेड़ कर गलियों के अंदर भेज दिया। इसके बाद वहां से बैरीकेडिंग कर दी। पुलिस ने लोगों को घर जाने और शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। साथ ही अयोध्या रोड पर दोनों ओर से वाहनों का आगमन रोक दिया गया। वाहनों को डायवर्ट कर दिया गया।
चार पुलिस कर्मियों को परिवार ने बचाया
पथराव के दौरान चार पुलिसकर्मी भाग रहे थे। पीछे से मुंह में रुमाल बांधे अराजकतत्व उन पर पथराव कर रहे थे। पुलिसकर्मियों को भागते देख अयोध्या रोड पर रहने वाले एक परिवार ने आनन-फानन अपने मकान का दरवाजा खोला और पुलिस कर्मियों को अंदर बुलाकर शरण दी। इसके बाद अराजकतत्वों ने उस घर पर भी पथराव किया।
अफवाह फैलाने वालों पर होगी कार्रवाई
पुलिस कमिश्नरेट ने अपने बयान में कहा कि अवैध इमारत ध्वस्तीकरण के दौरान कोई जनहानि नहीं हुई है। न ही किसी पुलिसकर्मी के घायल होने की सूचना है। कोई भी व्यक्ति किसी प्रकार की अफवाह न फैलाए। अफवाह फैलाने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।