यूपी के जिलों का नाम बदलने में अखिलेश, योगी से कई गुना आगे
10 वर्षों में 11 जिलों के नामकरण में से 9 अखिलेश यादव की सरकार द्वारा किए गए, जबकि सीएम योगी आदित्यनाथ ने केवल इलाहाबाद और फैजाबाद का नाम बदला। आरटीआई विशेष
पिछले महीने खबर आई थी कि उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा सेवा आयोग (UPHESC) की वेबसाइट पर जाने-माने कवि अकबर इलाहाबादी का नाम बदलकर अकबर प्रयागराजी कर दिया गया है। किसी को जरा भी शक नहीं था कि सरकार ने ऐसा किया होगा। इस तरह की सोच के पीछे तर्क यह था कि योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया गया था।
वेबसाइट हैक कर बदले दिया कवियों के नाम
आम धारणा यह है कि योगी सरकार नाम बदलने की होड़ में है। इसलिए लोगों को लगा कि शायद उसने ऐसा किया होगा। लेकिन बाद में यूपीएचईएससी के अध्यक्ष ईश्वर शरण विश्वकर्मा ने कहा कि वेबसाइट हैक कर ली गई और तीन कवियों के नाम बदल दिए गए। मूल नाम बहाल किए गए थे।
योगी सरकार ने अभी तक सिर्फ दो जिलों के नाम बदलें हैं
आम धारणा के विपरीत इन 11 में से 9 बदलाव अखिलेश यादव की सरकार ने किए हैं। योगी सरकार ने सिर्फ दो जिलों के नाम बदले हैं। अक्टूबर 2018 में इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया गया और अगले महीने फैजाबाद को बदलकर अयोध्या कर दिया गया।
अखिलेश सरकार, जिलों के नाम बदलने में है आगे
दिलचस्प बात यह है कि अखिलेश की सरकार (2012 से 2017 तक) ने जुलाई 2012 में एक बार में आठ जिलों के नाम बदल दिए। अपनी सरकार के आखिरी साल में उन्होंने संत रविदास नगर का नाम बदलकर भदोही कर दिया। यानी जहां तक जिलों के नाम बदलने की बात है तो अखिलेश योगी से कई गुना आगे हैं।