न्यायिक आयोग ने अतीक-अशरफ हत्याकांड में, मीडिया व स्वास्थ्यकर्मियों को भेजा नोटिस दर्ज किये जाएंगे बयान
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या की जांच को गठित न्यायिक आयोग ने मीडियाकर्मी व स्वास्थ्यकर्मियों को नोटिस भेजा है। सभी को आगामी 15 दिनों के भीतर अपना बयान न्यायिक आयोग के समक्ष दर्ज कराना होगा।
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या की जांच को गठित न्यायिक आयोग ने मीडियाकर्मी व स्वास्थ्यकर्मियों को नोटिस भेजा है। सभी को आगामी 15 दिनों के भीतर अपना बयान न्यायिक आयोग के समक्ष दर्ज कराना होगा। घटनास्थल का निरीक्षण कर चुकी न्यायिक आयोग की टीम जल्द ही फिर शहर आएगी। इसके बाद कुछ पुलिसकर्मी सहित अन्य लोगों से सवाल-जवाब हो सकता है।
15 अप्रैल को हुई थी माफिया बन्धुओं की ह्त्या
काल्विन अस्पताल में 15 अप्रैल की रात अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। शूटर लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्या ने पुलिस अभिरक्षा में मौजूद दोनों भाइयों को गोलियों से भून दिया था। पुलिस हिरासत में हत्याकांड से कई तरह के सवाल भी उठ रहे थे, जिसे देखते हुए जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन किया गया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि हत्या के वक्त कई मीडियाकर्मी अतीक और उसके भाई अशरफ का बयान ले रहे थे। ऐसे में अब उन सभी मीडियाकर्मियों का बयान अंकित किया जाएगा। इसके साथ घटनास्थल काल्विन अस्पताल रहा है, इस पर वहां के स्वास्थ्यकर्मियों का भी बयान लिया जाना जरूरी बताया गया है। इन सभी का हत्याकांड में पक्ष जानने के बाद न्यायिक आयोग की टीम अपने जांच को आगे बढ़ाते हुए रिपोर्ट तैयार करेगी।
अन्य बिंदुओं की भी होगी जांच
कुछ दिन पहले न्यायिक आयोग के अध्यक्ष इलाहाबाद हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश दिलीप बाबा साहेब भोसले और झारखंड हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश वीरेंद्र सिंह सहित अन्य सदस्यों ने घटनास्थल की जांच की थी। इसके बाद सर्किट हाउस में अधिकारियों से घटनाक्रम की जानकारी, हत्याकांड से संबंधित साक्ष्य, एफआइआर की कापी, जीडी सहित अन्य दस्तावेज लिए थे। बताया गया है जल्द ही न्यायिक आयोग की टीम शहर आकर जांच से जुड़े कई अन्य बिंदु पर जानकारी जुटाएगी।