मार्च-अप्रैल में 33 डिग्री पहुंचा तापमान, सामान्य से 7 डिग्री ज्यादा; लोगों ने किया समुद्री तटों का रुख
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अमेरिका में 122 साल की रिकॉर्ड बर्फबारी के 55 दिन बाद गर्मी ने 111 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। यहां का तापमान 33 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। तेजी से बढ़ी इस गर्मी के कारण लोग समुद्री तटों की ओर रुख करने लगे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, अमेरिका में मार्च-अप्रैल में तापमान 22 से 25 डिग्री के बीच रहता है। लेकिन इस साल यह 33 डिग्री तक पहुंच गया।
यह पिछले सालों की तुलना में 7-8 डिग्री तक ज्यादा है। सैन डिएगो स्थित नेशनल वेदर सर्विस के मौसम विज्ञानी मार्क मीडे ने बताया कि इस साल सर्दियों में रिकॉर्ड बर्फबारी तो हुई। लेकिन सर्दी अचानक खत्म हो गई। इस कारण अमेरिका और यूरोप में हीटवेव चलने लगी।
इस कारण बसंत ऋतु न आकर समय से एक महीने पहले ही गर्मी आ गई। मीडे के मुताबिक, बुधवार को सैन डिएगो में तापमान 32.7 डिग्री दर्ज किया गया। इससे पहले यहां 1910 में 31 डिग्री तापमान दर्ज किया गया था। मालूम हो, 5 फरवरी को अमेरिका में 5 फीट तक बर्फबारी हुई थी।
जर्मनी, नीदरलैंड, फ्रांस और ब्रिटेन में मार्च सबसे गर्म रहा
अमेरिका कोई पहला देश नहीं जहां मार्च में रिकॉर्ड गर्मी पड़ी। फ्रांस, ब्रिटेन, नीदरलैंड्स और जर्मनी में भी इस साल समय से पहले गर्मी आ गई। बुधवार को नीदरलैंड्स में 27.2, जर्मनी में 26, ब्रिटेन में 25 और फ्रांस में 26 डिग्री तापमान दर्ज हुआ। इन देशों में मार्च में औसत तापमान 18 डिग्री तक रहता है।
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