अमेठी: चंदवा ताल किनारे विस्फोट, तीन युवक झुलसे, मौके से बड़ी मात्रा में बम बनाने की सामग्री बरामद
धमाका इतना तेज था कि आसपास काफी दूर तक सुनाई पड़ा। सीवान में मवेशी चरा रहे लोग भागकर वहां पहुंचे तो तीन लोग तालाब के पानी में घायल अवस्था में पड़े मिले। उन लोगों ने डायल 112 को फोन कर सूचना देते हुए तीनों का बाहर निकाला।
आबादी से करीब डेढ़ किलो मीटर दूर सीवान के बीच स्थित चंदवा ताल किनारे शनिवार अपरान्ह तीन बजे जोरदार धमाका हुआ। धमाके में तीन युवक गंभीर रूप से झुलस गए। सूचना पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने तीनों को जिला अस्पताल पहुंचाया जहां उनकी स्थिति गंभीर देख प्राथमिक इलाज के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। सूचना मिलते ही एसपी समेत सभी आला अफसर घटना स्थल पर पहुंचे। पुलिस की विभिन्न टीमें घटना की छानबीन कर रही हैं।
धमाका इतना तेज था कि आसपास काफी दूर तक सुनाई पड़ा। सीवान में मवेशी चरा रहे लोग भागकर वहां पहुंचे तो तीन लोग तालाब के पानी में घायल अवस्था में पड़े मिले। उन लोगों ने डायल 112 को फोन कर सूचना देते हुए तीनों का बाहर निकाला। चरवाहों के अनुसार जब धमाका हुआ तो वहां से तीन लोग दूसरी ओर भागते हुए दिखाई दिए थे। मौके पर पहुंचे पीआरवी कर्मियों ने सभी को जिला अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में उनकी पहचान स्थानीय थाना क्षेत्र के गांव मिसरौली पूरे शुक्लन के वार्ड नंबर नौ निवासी अर्जुन (28), शत्रुघ्न (25) तथा सुरजीत (22) के रूप में हुई। इमरजेंसी में मौजूद चिकित्सक ने तीनों की हालत गंभीर देख प्राथमिक इलाज के बाद जिला अस्पताल रायबरेली रेफर कर दिया।
उधर सूचना मिलते ही थाने की पुलिस के साथ ही एसपी डॉ. इलामारन जी., एएसपी हरेंद्र कुमार, एसडीएम राकेश कुमार व सीओ मयंक द्विवेदी भी घटना स्थल पर पहुंच गए। पुलिस ने मौके से बड़ी मात्रा में बारूद, सुतली, रस्सी, प्लास्टिक, कपड़ा, माचिस आदि बम बनाने का सामान बरामद किया। जिस जगह पर विस्फोट हुआ था वहां गड्ढा हो गया था।
झूठी लग रही घायलों की जुबानी
अस्पताल में घायल अर्जुन के अनुसार वे लोग वहां क्रिकेट खेल रहे थे। उन लोगो ने अलाव तापने के लिए वहां पड़ेे पुआल व झाड़-झंखार को एकत्र कर जलाया तो उसमें विस्फोट हो गया जिसमें वे लोग घायल हो गए। घटना स्थल पर दूर-दूर तक कहीं पुआल नहीं था। इससे लगता है कि यह लोग आबादी से दूर एकांत में बम बनाने का काम कर रहे थे। जहां कुछ असवाधानी होने पर विस्फोट हो गया।
जांच में लगाई लगी एसओजी व फायर सर्विस की टीम
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने स्थानीय थाने के साथ ही एसओजी व फासर सर्विस टीम को लगाया है। मौके पर पहुंची फारेंसिक टीम ने बरामद बारूद आदि का नमूना एकत्र करते हुए फ्रिंगर प्रिंट संकलित कर रही है।
हिरासत में लिए गए दो संदिग्ध
एसपी डॉ. इलामारन जी. ने बताया कि पूरे प्रकरण की गहनता से जांच की जा रही है। मौके पर छह लोगों के होने की जानकारी मिल रही है। उसमें से दो को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। विस्फोट इतना तगड़ा था कि मौके पर दो फीट चौड़ा व एक फीट गहरा गड्ढा हो गया था। स्थानीय पुलिस, एसओजी, फायर सर्विस व फोरेंसिक टीम सभी बिंदुओं पर गहनता से जांच कर रही है। जल्द ही प्रकरण का अनावरण कर दिया जाएगा।
घटना की कहानी, लोगों की जुबानी
विस्फोट होने के बाद आसपास के कई लोग भी मौके पर पहुंचे। इनमें से कुछ लोगों ने नाम नहीं छापने के अनुरोध के साथ बताया कि घटना में झुलसे युवक आए दिन वहां एकत्र होते थे। काफी देर तक मौजूद रहा करते थे। आबादी से दूर सीवान बीच एकांत में होने के चलते वहां तक कोई जाता भी नहीं था। लोगों के अनुसार कस्बे से सटे इस स्थान पर प्रति दिन यह युवक विस्फोटक बनाने का काम करते थे। गौरीगंज पुलिस इस सबसे अंजान बनी रही। गनीमत रही कि यह लोग विस्फोटक बनाने का काम आबादी के बीच नहीं करते थे। सवाल उठता है यदि यह लोग नियमित विस्फोट बनाते थे तो तैयार विस्फोटक की आपूर्ति कहां करते थे। ऐसे में तो गौरीगंज पुलिस पूरी तरह से फेल नजर आ रही है।