अनुराग ठाकुर ने विपक्ष पर साधा निशाना, कहा- वे कुछ कर नहीं पा रहे हैं तो अपना प्रोपेगेंडा चला रहे हैं
चंद्रयान-3 के सफल होने के बाद कांग्रेस और भाजपा के बीच जंग छिड़ गई है। वहीं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने विपक्ष पर चंद्रयान-3 को लेकर दुष्प्रचार करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब वे (विपक्ष) कुछ और नहीं सोच सकते तो वे चंद्रयान -3 मिशन के बाद अपना प्रोपेगेंडा चला रहे हैं। दोनों पार्टियों के बीच चंद्रयान-3 की सफलता के श्रेय को लेकर बहस छिड़ गई है।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने गुरुवार को विपक्ष पर चंद्रयान-3 मिशन पूरा होने के बाद उसका दुष्प्रचार करने का आरोप लगाया। इस दौरान उन्होंने कहा कि चंद्र मिशन की सफलता भारत को अंतरिक्ष अन्वेषण में नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी।
अनुराग ठाकुर ने न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा कि जब COVID-19 की वैक्सीन बनी थी, तब भी विपक्ष ने गुमराह करने और डर फैलाने की कोशिश की थी। जब वे (विपक्ष) कुछ और नहीं सोच सकते, तो वे चंद्रयान -3 मिशन के बाद अपना प्रोपेगेंडा चला रहे हैं।
कांग्रेस Vs BJP
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम यहां रुकने वाले नहीं हैं, भारत की शुक्र और सूर्य तक पहुंचने की योजना है। चंद्रमा पर एक आदमी को भेजने की योजना है। यह भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।
चंद्रयान-3 की सफलता के बाद सोशल मीडिया पर BJP और विपक्ष के बीच श्रेय को लेकर जंग शुरू हो गई है। कांग्रेस ने अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की नई उपलब्धि के लिए भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की "दूरदर्शिता" को श्रेय दिया है।
चंद्रयान-3 के श्रेय को लेकर बहस
कांग्रेस पार्टी ने X (पहले ट्वीटर) पर एक ट्वीट करते हुए लिखा, चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर ISRO सहित पूरे देशवासियों को बधाई। भविष्य में अंतरिक्ष अनुसंधान की आवश्यकता को देखते हुए पंडित नेहरू ने ISRO की नींव रखी थी। यह उनकी दूरदर्शिता का ही परिणाम है कि आज भारत अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में पूरे विश्व में नये कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।
हालाँकि, चंद्रयान-3 की सफलता पर प्रतिक्रिया देते समय कई भाजपा नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के को लेकर भी चर्चा की।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि मैं इस मिशन से जुड़े सभी वैज्ञानिकों और प्रदेशवासियों को बधाई देता हूं। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत अंतरिक्ष क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बना रहा है। यह आत्मनिर्भर भारत के मंत्र को सत्य साबित कर रहा है। इस सफल लैंडिंग मिशन के साथ भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया है। यह देश के लिए एक असाधारण उपलब्धि है।