उत्तर-प्रदेश: भारत-नेपाल सीमा से गिरफ्तार किए गए आतंकियों से पूछताछ जारी, फोन से मिली कई अहम जानकारियां
एटीएस ने तीन अप्रैल को भारत-नेपाल सीमा से पाकिस्तान के रावलपिंडी निवासी मोहम्मद अल्ताफ भट व इस्लामाबाद निवासी सैय्यद गजनफर सहित जम्मू-कश्मीर निवासी नासिर अली को गिरफ्तार किया था। इनके पास से दो पाकिस्तानी पासपोर्ट सहित भारतीय आधार कार्ड मिले थे। तीनों आतंकियों का सरगना अल्ताफ भट कागरिल युद्ध के बाद मुजफ्फराबाद में स्थित हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी कैंप में प्रशिक्षण हासिल कर चुका था।
भारत-नेपाल सीमा से गिरफ्तार किए गए आतंकियों ने रामनवमी पर प्रदेश में आतंकी वारदातों को अंजाम देना था। आतंकवाद निरोधक दस्ता की टीमें गिरफ्तार तीनों आतंंकियों से पूछताछ कर रही हैं। बुधवार को एटीएस इन्हें अदालत में पेश करेगा। उससे पहले कहां-कहां पर आतंकी वारदातों को अंजाम देने का लक्ष्य इन्हें दिया गया था, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। इनके पास से बरामद मोबाइल फोन व मेमोरी कार्ड से कई अहम जानकारियां एटीएस के हाथ लगीं हैं।
एटीएस ने तीन अप्रैल को भारत-नेपाल सीमा से पाकिस्तान के रावलपिंडी निवासी मोहम्मद अल्ताफ भट व इस्लामाबाद निवासी सैय्यद गजनफर सहित जम्मू-कश्मीर निवासी नासिर अली को गिरफ्तार किया था। इनके पास से दो पाकिस्तानी पासपोर्ट सहित भारतीय आधार कार्ड मिले थे।
तीनों आतंकियों का सरगना अल्ताफ भट कागरिल युद्ध के बाद मुजफ्फराबाद में स्थित हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी कैंप में प्रशिक्षण हासिल कर चुका था। वहीं से गजनफर के साथ उसे नेपाल भेजा गया था। नेपाल में नासिर अली की मदद से उन्हें भारतीय सीमा में प्रवेश करवाकर जम्मू-कश्मीर पहुंचने का लक्ष्य दिया गया था।
नासिर से ली गई थी अयोध्या की जानकारी
एटीएस की पूछताछ में अल्ताफ व गजनफर ने फिलहाल ज्यादा जानकारी नहीं दी है। दोनों ने बताया है कि उन्हें अलग-अलग चरणों में सूचनाएं दी जाती थीं, जिससे पकड़े जाने पर उनके अगले प्लान के बारे में किसी को जानकारी न हो सके।
नासिर अली को दोनों आतंकियों के फर्जी दस्तावेज तैयार करवाकर जम्मू-कश्मीर तक पहुंचाने का लक्ष्य दिया गया था। साथ ही अयोध्या सहित कुछ प्रमुख स्थलों की जानकारी भी नासिर से ली गई थी। एटीएस की टीमें यह भी जानकारी उगलवाने की कोशिश कर रही हैं कि दुबई के रास्ते नेपाल तक पहुंचाने में दोनों आतंकियों की किसने मदद की थी।