अयोध्या में नहीं थमेगा विकास का पहिया, शहर को नया रूप देने की तैयारी; जानिये क्या-क्या है ख़ास
लोकसभा चुनाव में भाजपा के खराब प्रदर्शन और फैजाबाद सीट से पार्टी उम्मीदवार की हार के बाद कयास लगाए जा रहे थे। विकास योजनाओं के थमने की आशंका जताई जाने लगी थी। लेकिन, यूपी सरकार ने प्रभु श्रीराम का धाम बनने के बाद अब शहर को नए लुक देने की योजनाओं को गति देने का निर्णय लिया है।
उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी अयोध्या को नया लुक देने की योजना थमने वाली नहीं है। योगी आदित्यनाथ सरकार प्रभु श्रीराम की नगरी को भव्य और दिव्य बनाने की योजना पर कार्यों को आगे बढ़ाने में जुट गई है। अयोध्या में पर्यटन बढ़ाने के लिए सरकार जोर-शोर से तैयारी में लगी हुई है। इसी क्रम में कई योजनाओं पर काम शुरू हो चुका है। श्री अयोध्याजी विकास परिषद के पास 11 प्रोजेक्ट भेजे गए हैं। सूत्रों के मुताबिक, परिषद की बैठक जल्द ही सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में होनी है। मीटिंग में इन योजनाओं को मंजूरी मिलते ही जल्द से जल्द काम शुरू कर दिया जाएगा। इसमें प्रमुख है कौशलेश सदन का जीर्णोद्धार और सुंदरीकरण। योजना पर 2.49 करोड़ रुपये खर्च होना है। वहीं, 2.94 करोड़ की लागत से भाष्कर भवन और 3.35 करोड़ रुपये के खर्च से संत निवास के पुनर्निर्माण की योजना है।
श्री अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद के सीईओ संतोष कुमार शर्मा ने बताया कि अयोध्या के नियोजित विकास के लिए विभिन्न विभागों से योजनाओं के प्रस्ताव तीर्थ विकास परिषद को मिले हैं। इसी में अयोध्या विकास प्राधिकरण के आठ और उत्तर प्रदेश पर्यटन विकास निगम के तीन प्रस्ताव हैं। बाकी जो भी प्रस्ताव मिल रहे हैं, उनको संकलित किया जा रहा है। इन्हें भी परिषद की बैठक में रखा जाएगा। सीईओ ने बताया कि जिन आठ परियोजनाओं का एडीए ने डीपीआर तैयार कराया है, उन पर करीब 100 करोड़ रुपये खर्च आएगा। वहीं, यूपी राज्य पर्यटन विकास निगम की तीन परियोजनाओं पर अनुमानित 9.78 करोड़ रुपये खर्च आएगा।
"अयोध्या की नई योजनाओं के प्रस्ताव विभिन्न विभागों से श्री अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद को मिले हैं। सीएम योगी की अध्यक्षता में बैठक होगी। प्रस्ताव पास होने के बाद जल्द निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।" - संतोष कुमार शर्मा, सीईओ, श्री अयोध्याजी तीर्थ विकास परिषद
एडीए की परियोजनाएं
- अयोध्या के सभी प्रमुख स्थलों पर सिगनेज लगवाने की योजना बनाई गई है। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखकर उन्हें आवागमन में सुविधा के लिए यह योजना बनी है।
- सुबह और शाम को बड़ी संख्या में लोग सरयू स्नान के लिए आते हैं। उनके आकर्षण के लिए सरयू तट पर शिल्प कला और फाउंटेन का सुंदरीकरण कार्य किया जाएगा। इस पर 9 करोड़ रुपये अनुमानित लागत आएगी।
- आचार्य नरेंद्र देव विश्वविद्यालय के परिक्षेत्र में स्थित गुलाबबाड़ी का सुंदरीकरण किया जाएगा। अभी यह स्थल पुरातत्व विभाग के नियंत्रण में है। उसके अधीनस्थ इलाके को छोड़कर गुलाबबाड़ी के उद्यान का विकास कार्य किया जाएगा। इस पर अनुमानित लागत 8 करोड़ रुपये है।
- राम की पैरी कैनाल से एनएच- 27 तक सोतिया नाला का निर्माण कराया जाएगा। इस पर अनुमानित लागत 23.51 करोड़ रुपये है। इसके निर्माण से कच्चा नाला पर जल जमाव से निजात मिलेगी। जल निकासी सुचारू रूप से हो सकेगी।
- मणि पर्वत के चारों तरफ एएसआई क्षेत्र छोड़कर पाथवे का निर्माण कराया जाएगा। फ्लोरिंग, बेंच, साइनेज, लाइट और लेजर, पारदर्शी स्क्रीन, फूड कियोस्क का निर्माण किया जाएगा। इस पर अनुमानित लागत 30 करोड़ रुपये है। मणिपर्वत का सुंदरीकरण कर पर्यटकों के लिए आकर्षण केंद्र विकसित किए जाने परियोजना है।
- अयोध्या के विभिन्न स्थलों का सुंदरीकरण किया जाएगा। यात्रियों के रुकने और विश्राम की व्यवस्था का कार्य होगा। इस पर अनुमानित लागत 8 करोड़ रुपये है।