माफिया मुख्तार: मुख्तार अंसारी को सिपाही का खौफ, बताया जान का खतरा तो बढ़ाई गई बांदा जेल की सुरक्षा
बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी ने सोनभद्र से ट्रांसफर होकर बांदा जेल में आए एक सिपाही से खुद की जान को खतरा बताया है। जिसके बाद बांदा जेल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मुख्तार की बैरक के आसपास सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सीसीटीवी से निगरानी तेज कर दी गई है। वहीं जेल में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 200 से अधिक जवान तैनात हैं।
माफिया मुख्तार अंसारी की ओर से जान का खतरा जताए जाने के बाद जेल की सुरक्षा व्यवस्था और बढ़ा दी गई है। सर्किल गेट में अब हर समय ताला लटका रहेगा। बैरक के आसपास का क्षेत्र सील कर दिया गया है। जेलर योगेश कुमार ने बताया कि अफसरों के निर्देश पर यह कदम उठाया गया है।
मुख्तार ने एक सिपाही से बताया जान को खतरा
बता दें कि माफिया मुख्तार अंसारी की विशेष न्यायाधीश दिनेश चौरसिया की अदालत में मंगलवार को तीन मामलों में पेशी हुई थी। इस दौरान मुख्तार ने जेल में हत्या की आशंका जताते हुए कोर्ट से सुरक्षा की गुहार लगाई थी। उसने सोनभद्र से ट्रांसफर होकर बांदा जेल में आए एक सिपाही से खुद को खतरा बताया था।
बांदा जेल प्रशासन ने बढ़ाई मुख्तार की सुरक्षा
बांदा जेल में बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी बंद है, जिसकी सुरक्षा को जिला जेल प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। बांदा जेल प्रशासन ने मुख्तार अंसारी की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सीसीटीवी से निगरानी तेज कर दी है। वहीं जेल के बाहर पीएसी जवानों को अलर्ट पर रखा गया है, ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी न होने पाए। जेल के बाहर पीएसी के जवान चप्पे-चप्पे पर तैनात किए गए हैं, जो लगातार अपनी नजर हर गतिविधि पर बनाए हुए हैं।
सुरक्षा व्यवस्था को मुस्तैद करते हुए जेल में हर गतिविधि पर नजर
इतना ही नहीं, जेल के अंदर बनी चौकी को भी अलर्ट कर दिया गया है। जेल अधीक्षक ने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से अलर्ट है। जेल में सुरक्षा व्यवस्था को मुस्तैद करते हुए हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। जेल में सुरक्षा के मद्देनजर तकरीबन 200 जवान तैनात हैं। जेल अधीक्षक बताया कि जेल परिसर में माफिया मुख्तार अंसारी की सुरक्षा में तैनात जवान बॉडी कैम से लैस हैं।