बाराबंकी: जलापूर्ति विभाग का कोटेदारों ने किया घेराव, सप्लाई इंस्पेक्टर पर लगाये अवैध वसूली के आरोप; बोले- 6 महीने का नहीं मिला है वेतन
कोटेदारों की मांग है कि पिछले 6 माह से उन्हें न तो मिलने वाला कमीशन दिया गया है और न ही उनका जमा पैसा उन्हें वापस विभाग से मिल रहा है।
बाराबंकी जिले में कोटेदार राशन वितरण न करके खाद्य एवं रसद विभाग के खिलाफ धरना प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं। कोटेदारों की मांग है कि पिछले 6 माह से उन्हें न तो मिलने वाला कमीशन दिया गया है और न ही उनका जमा पैसा उन्हें वापस विभाग से मिल रहा है। साथ ही सप्लाई इंस्पेक्टर हर कोटेदार से अवैध वसूली के रूप में जिले के कोटेदार से रुपये 3500 या रुपये 4000 या फिर रुपये 5000 ले रहे हैं।
कोटेदारों का आरोप है कि विभाग द्वारा गल्ला कम दिया जाता है। जिसकी वजह से राशनकार्ड धारक भी परेशान होता है। कोटेदारों का पैसा विभाग में जमा है। कोटेदार ब्याज पर रुपये लेकर राशन लेकर बांट रहे हैं और इंस्पेक्टर कोटेदार पर दबाव बनाते हैं।
बातचीत के दौरान राधेलाल बौद्ध ,उचित दर विक्रेता ने बताया कि घटतौली विभागीय अधिकारी कर्मचारी करवाते हैं। ट्रक वाला गल्ला कम लेकर जाता है। कहते हैं कि उतरा लो हम समझ लेंगे। अगर कम्प्लेन करो तो कोई सुनने वाला नहीं है। हमने लिखापढ़ी में एसडीएम और विभाग को दिया उसमें भी राशन नहीं मिला। कोटेदार कहां से पूरा करके दे। राशनकार्ड धारक पूरा राशन लेता है। जनता बहुत जागरूक हो चुकी है
वहीं महादेव प्रसाद रावत कोटेदार का कहना है कि सरकारी अधिकारियों के दबाव में रहना पड़ता है। अगर लीगल काम हो जाये तो कोई कमी न हो काटने पीटने का कोई काम ही नहीं है। कोटेदार की मांगों पर अड़े अंकुर वर्मा , जिलाअध्यक्ष ,उत्तर प्रदेश सस्ता गल्ला परिषद का कहना है कोटेदार बहुत ज्यादा परेशान है कि कोटेदार पिछले 6 माह से कमीशन नहीं पाए हैं। कमीशन ने मिलने से कोटेदार बहुत परेशान हो रहे हैं, तमाम ऐसे कोटेदार हैं। जिन लोगों ने 2022 के नवम्बर में जो पैसा जमा किया था। अचानक सरकार ने घोषणा कर दिया कि गल्ला फ्री में बांटना है। सरकार ने पैसा नहीं दिया न कमीशन मिल पा रहा है। सरकार ने पैसा दिया नहीं न लाभांश मिल रहा। सरकार के पास कई करोड़ रुपये कोटेदारों का जमा है, इसलिए कोटेदार आज भुखमरी की कगार पर पड़ा है।