बाराबंकी: मंडप छोड़कर भागा था दूल्हा, अब थाने में आठवें फेरे ने पक्का किया सात जन्मों का रिश्ता
डीजे पर मनचाही धुन को लेकर जनाती और बरातियों के बीच कहासुनी हो गई। रिश्तेदारों के अपमान का हवाला देते हुए छोटू ने शादी से इन्कार कर दिया और बारात लेकर चला गया। मुकदमा दर्ज होने के बाद आखिरकार वर और वधु पक्ष ने आपस में समझौता कर लिया।
मुकदमा दर्ज होने के बाद आखिरकार वर और वधु पक्ष ने आपस में समझौता कर लिया। पीड़ित पिता ने रविवार को बेटी की शादी कर भावुक मन से विदाई दी। इसके बाद दूल्हे ने दुल्हन के साथ थाने का फेरा लगाया और सुलहनामा देने के बाद घर गए।
जहांगीराबाद थाना के कुटी गांव निवासी अवधराम ने अपनी पुत्री रोशनी का विवाह अयोध्या जिले के मवई निवासी छोटू पुत्र श्यामलाल से तय किया था। निर्धारित तिथि दो दिसंबर रात छोटू बरात लेकर आया था। बरात पहुंचने के बाद द्वार पूजा हो रही थी, इसी दौरान कार्यक्रम स्थल पर चल रहे डीजे पर मनचाही धुन को लेकर जनाती और बरातियों के बीच कहासुनी हो गई। विवाद बढ़ा तो मारपीट होने लगी। रिश्तेदारों के अपमान का हवाला देते हुए छोटू ने शादी से इन्कार कर दिया और बारात लेकर चला गया था।
दुल्हन के पिता ने थाने में दर्ज कराया था दहेज का मुकदमा
शनिवार को लड़की के पिता ने जहांगीराबाद थाना में तहरीर देकर पुलिस को बताया था कि दूल्हे के पिता दहेज में मोटर साइकिल की मांग कर रहे थे, जिसके न मिलने पर विवाद किया और बरात लेकर चले गए। दुल्हन भी थाने पहुंची थी और पुलिस से कहा कि यदि उसकी शादी छोटू से नहीं हुई तो वह जान दे देगी। इस पर पुलिस ने छाेटू व पिता श्यामलाल पर दहेज का मुकदमा लिखा था।
सात फेरे लेने के बाद थाने पहुंचे दूल्हा-दुल्हन, उसके बाद हुई विदाई
रविवार को वर पक्ष सहमत होकर रोशनी के घर पहुंचे और शादी कर विधि-विधान से पिता ने बेटी की विदाई की। इसके बाद दूल्हा दुल्हन को लेकर जहांगीराबाद थाने पहुंचा और सुलहनामा लिखकर अपने घर चला गया। कोतवाल विनोद यादव ने बताया कि मुकदमा लिखा गया है, समझौते की जानकारी उन्हें नहीं है।