बाराबंकी: गौशाला में क्षमता से अधिक रखे गए मवेशी, भूख प्यास से मवेशी परेशान; ग्राम प्रधान ने खड़े किए हाथ
ग्राम प्रधान का आरोप है कि अधिकारियों से इस बारे में बताया गया लेकिन उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया। अधिकारियों ने छुट्टा जानवरों को इस अर्धनिर्मित गौशाला में रखवा दिया है।
उत्तर प्रदेश में एक तरफ आवारा जानवरों की वजह से किसान परेशान हैं और इस ठंड में छुट्टा जानवरों से अपनी फसल को बचाने के लिए दिन रात खेतों की रखवाली कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के कई जिलों में गौशालाओं का भी हाल बेहाल है।
बाराबंकी जनपद में एक अर्धनिर्मित गौशाला में क्षमता से कई गुना ज्यादा छुट्टा जानवरों को भर दिया गया। गौशाला में क्षमता से अधिक छुट्टा जानवरों को रखने के बाद ग्राम प्रधान ने व्यवस्था प्रदान करने को लेकर हाथ खड़े कर दिए हैं। ग्राम प्रधान का आरोप है कि अधिकारियों से इस बारे में बताया गया लेकिन उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया। अधिकारियों ने छुट्टा जानवरों को इस अर्धनिर्मित गौशाला में रखवा दिया है।
गौशाला में कोई भी व्यवस्था नहीं
पूरा मामला बाराबंकी जिले के सूरतगंज विकासखंड क्षेत्र के कंदरवल खुर्द गांव की अर्धनिर्मित गौशाला का है। यहां छुट्टा जानवरों को रखने के लिए गौशाला बनाया जा रहा है। आरोप है कि अभी गौशाला बनकर तैयार भी नहीं हुआ और जनप्रतिनिधियों ने इसका उद्घाटन कर दिया। उद्घाटन करने के बाद यहां पर क्षेत्र के छुट्टा जानवरों को पकड़ कर रखा जा रहा है। इस गौशाला में कोई भी व्यवस्था नहीं है। ना ही चारे की व्यवस्था है ना ही पानी की व्यवस्था है और ना ही इस गौशाला में अभी टीन सेट लगा हुआ है।
300 जानवर रखने का स्टीमेट भर दिया 3 हजार
बता दें कि सूरतगंज खंड विकास अधिकारी ने गैर जिम्मेदाराना काम करते हुए इस अर्धनिर्मित गौशाला में क्षमता से कई गुना ज्यादा छुट्टा जानवरों को रखवा दिया है। ग्राम प्रधान दिलीप कुमार का कहना है कि इस गौशाला में 300 जानवर रखने का स्टीमेट था यहां पर 3 हजार जानवरों को भर दिया गया है। जब मैंने बीडीओ से कहा तो उन्होंने कहा जानें दो। यहां पर कोई व्यवस्था नहीं है फिर भी जानवर भरे जा रहे हैं। ग्राम प्रधान ने कहा कि यहां पर चारा, पानी और टीन सेट किसी तरह की व्यवस्था नहीं है। उद्घाटन के बाद यहां पर 3 हजार जानवरों को भर दिया गया है।