बाराबंकी: चार मौतों के बाद बसौली गांव में कोहराम, परिवार में बचा केवल घायल मासूम
उन्नाव में पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार सुबह तीन शव बसौली पहुंचे तो पिता व अन्य परिजन सदमे के कारण बेहोश हो गए। दिनेश के परिवार में कुल 5 लोग थे जिसमें एक मासूम बच्चा ही घायल अवस्था में बचा है। जबकि उसकी सास और दो साली भी इस हादसे का शिकार बनी है।
आगरा से बाराबंकी लौटते वक्त उन्नाव में हुई भीषण सड़क दुर्घटना में कार में सवार आठ में से सात लोगों की मौत हो गई है। इनमें मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र के बसौली गांव के एक ही परिवार के चार लोगों की मौत होने के बाद गांव में कोहराम मचा है। उन्नाव में पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार सुबह तीन शव बसौली पहुंचे तो पिता व अन्य परिजन सदमे के कारण बेहोश हो गए। दिनेश के परिवार में कुल 5 लोग थे जिसमें एक मासूम बच्चा ही घायल अवस्था में बचा है। जबकि उसकी सास और दो साली भी इस हादसे का शिकार बनी है।
बाराबंकी जिले के मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र के बसौली गांव निवासी भारतीय जनता पार्टी के पिछड़ा वर्ग के पूर्व जिलाध्यक्ष रामखेलावन लोधी के चार पुत्रों में से दूसरे नंबर के पुत्र दिनेश राजपूत शहर के चित्रगुप्त नगर कॉलोनी में पत्नी व तीन बच्चों के साथ रहता थे। दिनेश शहर में ही हार्डवेयर की दुकान चलाते थे। 31 जनवरी को दिनेश पत्नी अनीता सिंह (34), बेटी गौरी उर्फ संस्कृति (9) बेटों में आर्यन (4), लक्ष्यवीर (10) और बहराइच जिले के भयापुरवा थाना मुस्तफाबाद निवासी सास कांती (52), साली प्रीती (15) और प्रिया (9) के साथ अपनी कार से आगरा घूमने गए थे। ताजमहल देखने के बाद शुक्रवार को सभी एक कार से वापस बाराबंकी लौट रहे थे। कार दिनेश राजपूत चला रहे थे।
दोपहर करीब 2:30 बजे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर लोधाटीकुर गांव के सामने दिनेश राजपूत की तेज रफ्तार कार अनियंत्रित हो गई और डिवाइडर की ग्रिल तोड़ते हुए दूसरी लेन (लखनऊ से आगरा जाने वाली) में जाकर वृंदावन जा रहे लखनऊ के बुलाकी अड्डा निवासी सुभाष अग्रवाल की कार में टकराकर पलट गई। दोनों गाड़ियों के परखच्चे उड़ गए। इस हादसे में दिनेश उनकी पत्नी अनीता, पुत्री गौरी, सास कांती, साली प्रीति की तुरंत मौत हो गई थी। जबकि दिनेश के दो पुत्र आर्यन व लक्ष्यवीर के साथ साली प्रिया को गंभीर दशा में लखनऊ के केजीएमयू में भर्ती कराया गया था।
जहां रात में आर्यन और प्रिया की मौत हो गई। उन्नाव में पोस्टमार्टम के बाद दिनेश उनकी पत्नी अनीता और पुत्री गौरी के शव शनिवार सुबह दिनेश के पैतृक गांव मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र के बसौली पहुंचे। बेटे बहू और पोती का शव देखते ही रामखेलावन बेसुध हो गए। चीखो पुकार का ऐसा मंजर कि हर गांव वाला रो पड़ा। हादसे में दिनेश के परिवार में उनका बेटा केवल लक्ष्यवीर ही बचा है जो गंभीर रूप से घायल होकर जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है। आर्यन के शव का केजीएमयू में पोस्टमार्टम किया जा रहा है। सभी शवों का एक साथ अंतिम संस्कार होगा।