बाराबंकी में तीन दिन बाद मादा डॉल्फिन का हुआ रेस्क्यू, तीन दिन पहले नर डॉल्फिन की बचाई गई थी जान
तीन पहले देवा क्षेत्र के शारदा नहर में दो डॉल्फिन मछलियों को देखा गया था, इसके बाद मौके पर वन विभाग और टर्टल सर्वाइवल एलायंस की टीम पहुंची थी।
बाराबंकी में 3 दिन पहले नहर में देखी गई दुर्लभ डॉल्फिन की जान बचा ली गई है। 72 घंटों से चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद वन विभाग और टर्टल सर्वाइवल एलायंस की टीम ने 6 फुट 3 इंच की मादा डॉल्फिन को नहर से निकाल कर सरयू नदी में छोड़ दिया है।
तीन पहले देवा क्षेत्र के शारदा नहर में दो डॉल्फिन मछलियों को देखा गया था, इसके बाद मौके पर वन विभाग और टर्टल सर्वाइवल एलायंस की टीम पहुंची थी। उस दौरान टीम ने नर डॉल्फिन का रेस्क्यू कर लिया था। रेस्क्यू करने के बाद टीम ने उसे सरयू नदी में छोड़ दिया था। आज तीन दिन बाद मादा डॉल्फिन का भी रिसीव कर उसे सुरक्षित सरयू नदी में छोड़ दिया है।
शनिवार को देखी गई थी दो दुर्लभ प्रकार की डॉल्फिन
बता दें कि देवा क्षेत्र से गुजरी शारदा सहायक की डबल नहर में शनिवार को दो दुर्लभ प्रजाति गंगेश डॉल्फिन मछलियां को देखा गया था। डॉल्फिन को देखने के लिए आसपास के गांवों से भारी भीड़ जमा हो गई थी। ग्रामोणों की सूचना से मौके पर बाराबंकी वन विभाग की टीम पहुंची थी, जिसके बाद वन विभाग की टीम ने लखनऊ स्थित टर्टल सर्वाइवल एलायंस (TSA) यूनिट से संपर्क किया था।
भटक कर नहर में आ गई होगी डॉल्फिन
वन विभाग के अफसरों के मुताबिक प्रथम श्रेणी की माने जाने वाली राष्ट्रीय जलीय जीव डॉल्फिन रास्ता भटक कर नहर में आ गई थी। नहर में पानी कम होना और उसके तेज रफ्तार होने से सुरक्षित पकड़ना चुनौती था। वन विभाग व गोताखोरों की मदद से टर्टल सर्वाइवल एलायंस ने तीन दिनों तक सर्च अभियान चलाया। इस दौरान सोमवार को मादा डॉल्फिन’ का भी रेस्क्यू कर उसे सरयू नदी में सुरक्षित छोड़ दिया है।
तीन दिनों में कुल दो डॉल्फिन को रेस्क्यू
बाराबंकी डीएफओ रुस्तम परवेज ने बताया कि TSA के एक्सपर्ट सहायक प्रभागीय अधिकारी डॉ. एन के सिंह की मदद से तीन दिन बाद मादा डॉल्फिन को रेस्क्यू किया गया। इसको गीले कपड़े में लपेट कर स्ट्रेचर की मदद से रामनगर स्थित सरयू नदी में सुरक्षित छोड़ा किया गया है। तीन दिनों में कुल दो डॉल्फिन को रेस्क्यू किया गया है।