बाराबंकी: गांवों में सीरियल किलर की दहशत, छह टीमें खाली हाथ, 27 दिन में दो महिलाओं की हत्या
अयोध्या जिले की सीमा से सटे रामसनेहीघाट थाना क्षेत्र के एक गांव में माह जुलाई 2022 में घर से शौच के लिए निकली एक महिला का शव गांव के बाहर पाया गया था। परिजनों ने इसे स्वाभाविक मौत समझ अंतिम-संस्कार कर दिया। लेकिन बीते दिसंबर माह से जो घटनाएं शुरु हुई उसने नागरिकों के साथ पुलिस की नींद भी उड़ा दी।
बाराबंकी जिले में रामसनेहीघाट थाना क्षेत्र में सीरियल किलर की दहशत फैली है। मात्र 27 दिन के अंदर दो वृद्घ महिलाओं की सनसनीखेज तरीके से हत्या हो चुकी है और दो अन्य महिलाओं को निशाना बनाने की कोशिश हो चुकी है। संदिग्ध को चिह्नित किया जा चुका है मगर पिछले 15 दिन से हत्यारे की तलाश में लगी छह पुलिस टीमें खाली हाथ है। एएसपी, सीओ व आधा दर्जन तेज तर्रार माने जाने वाले इंस्पेक्टरों की रणनीति भी फेल दिख रही है। गांवों में संदिग्ध के पोस्टर चस्पा कर पुलिस ने 25 हजार का ईनाम भी घोषित कर दियर है।
अयोध्या जिले की सीमा से सटे रामसनेहीघाट थाना क्षेत्र के एक गांव में माह जुलाई 2022 में घर से शौच के लिए निकली एक महिला का शव गांव के बाहर पाया गया था। परिजनों ने इसे स्वाभाविक मौत समझ अंतिम-संस्कार कर दिया। लेकिन बीते दिसंबर माह से जो घटनाएं शुरु हुई उसने नागरिकों के साथ पुलिस की नींद भी उड़ा दी। जिस गांव में जुलाई में घटना हुई थी उसी गांव में शौच के लिए निकली वृद्घा की हत्या कर दी गई। गांव के बाहर निर्जन स्थान पर शव मिला। दुष्कर्म की आशंका जताई गई। फिर इसी जगह से करीब दो किमी दूर दूसरे गांव के पास नाले में एक वृद्घा का शव अर्धनग्न हालात में मिला। गला घोंट कर हत्या हुई थी।
घटनाओं के बाद पुलिस के हाथ एक वीडियो मिला जिसमें एक युवक झाड़ियों में वृद्घा के साथ जबरदस्ती करने में लगा था। युवक का फोटो पुलिस ने जारी किया। एसपी ने आधा दर्जन पुलिस टीमें गठित कर दी। एएसपी डॉ. अखिलेश नरायण सिंह व सीओ रामसनेहीघाट हर्षित चौहान को भी लगाया गया। पुलिस टीमें हत्यारें को जल्द पकड़ने का दावा ही करती रह गई और बीती 11 जनवरी को एक गांव में शौच के लिए निकली वृद्घा का हाथ पकड़कर खींचने की कोशिश हुई। वह तो गनीमत रही कि ग्रामीणों की सजगता से संदिग्ध भाग गया। इसके बाद शुक्रवार को ग्राम पंचायत जयचंदपुर में शौच के लिए निकली महिला को संदिग्ध दिखा। वह दौड़कर किसी तरह गांव पहुंच गई जिससे अनहोनी टल गई। ये सभी घटनाएं करीब चार किमी के अंदर स्थित गांवों में हुई। ऐसे में करीब एक दर्जन गांवों में दहशत का माहौल है। लोगों को इंतजार है कि जल्द से जल्द हत्यारा पकड़ा जाए।
हत्यारे का कोई घर नहीं, नौकरी से गया निकाला
रामसनेहीघाट में हत्या की घटनाओं को अंजाम देने वाला सीरियल किलर क्षेत्र के एक ही गांव का निवासी है। उसके पिता का निधन 17 साल पहले हो चुका है। सौतेले भाईयों ने मकान तक बेच डाला है। एसपी दिनेश कुमार सिंह बताते है कि आरोपी के कई अन्य फोटो भी मिले है। एक दुकान से ब्रेड खरीदकर खाने की बात भी पता चली है। खास बात यह है कि संदिग्ध युवक ने कई महानगरों में प्राइवेट नौकरी की मगर हर जगह से निकाल दिया। उसके जानने वालों ने बताया कि आखिरी बार वह जून 2022 में सामान्य रूप से देखा गया था। ऐसी हालत में साफ है कि हत्यारा इधर-उधर घूमकर घटनाओं को अंजाम दे रहा है। आरोपी का नाम पता भी पुलिस को मालूम पड़ चुका है। गिरफ्तारी के बाद उसकी जांच कराई जाएगी कि वह मानसिक बीमार है या नहीं।