बाराबंकी: नसबंदी कराने आई महिलाओं को बेहोश कर डॉक्टर गायब, 4 घंटे CHC में बेसुध पड़ी रहीं
रामनगर सीएचसी में चार से पांच इंजेक्शन बेहोशी का लगाने के बाद ऑपरेशन के लिए डॉक्टरों की टीम पहुंची, लेकिन ऑपरेट करने से पहले ही डॉक्टर भाग गए।
बाराबंकी में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आई है। नसबंदी कराने आई महिलाओं को एनेस्थीसिया देकर डॉक्टर लापता हो गए। महिलाएं कई घंटों तक अस्पताल में ही बेसुध हालत में इधर-उधर पड़ी रहीं। रामनगर सीएचसी में चार से पांच इंजेक्शन बेहोशी का लगाने के बाद ऑपरेशन के लिए डॉक्टरों की टीम पहुंची, लेकिन ऑपरेट करने से पहले ही डॉक्टर भाग गए।
डॉक्टरों का कहना था कि अस्पताल में अव्यवस्थाएं हैं। यहां पर किसी भी हालत में नसबंदी का ऑपरेशन नहीं किया जा सकता है। ऑपरेशन करना खतरे से खाली नहीं है। वहीं, परिजनों के मुताबिक, मुख्यालय से टीम ऑपरेशन के लिए आई थी। लेकिन फिर वापस लौट गई। इससे उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। फिलहाल, सीएमओ ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं।
पांच महिलाओं को एनेस्थीसिया दिया गया था
ये पूरा मामला सीएचसी रामनगर का है। यहां पर शुक्रवार को नसबंदी शिविर लगाया गया था। इसके लिए 19 महिलाओं ने रजिस्ट्रेशन कराया था। सीएचसी पर नसबंदी के लिए 18 महिलाएं पहुंची। इन महिलाओं के ऑपरेशन के लिए मुख्यालय से स्पेशल टीम आने वाली थी। टीम से बातचीत के बाद सीएचसी के डॉक्टर ने 5 महिलाओं को एनेस्थीशिया का इंजेक्शन लगा दिया। इनमें सोनी, मीना, सुशीला, प्रीति, शीला शामिल हैं।
टीम के आने से पहले ही महिलाएं बेहोश हो गई थीं
परिजनों के मुताबिक, इंजेक्शन लगने के तुरंत बाद से ही महिलाएं बेहोश होने लगीं। जब तक टीम पहुंची, तब तक ये महिलाएं पूरी तरह से बेसुध हो चुकी थीं। इनके साथ आए परिजनों ने आरोप लगाते हुए बताया कि टीम आई, महिलाओं को ओटी (ऑपरेशन थियेटर) तक ले गई। लेकिन फौरन लौट आई।
डॉक्टरों ने कहा कि ओटी में इतनी अव्यवस्था है कि यहां पर किसी भी तरह का ऑपरेशन करना खतरे से खाली नहीं है। टीम बिना ऑपरेशन किए ही लौट गई। ओटी में व्यवस्था सही नहीं होने के चलते टीम ने ऑपरेशन नहीं किया।
चार घंटे तक महिलाएं इधर-उधर पड़ी रहीं
इसके बाद पांचों महिलाएं करीब चार घंटे तक सीएचसी पर बेसुध पड़ी रहीं। सीएचसी पर मौजूद कर्मियों ने भी सुधि नहीं ली। सीएचसी अधीक्षक डॉ. हेमंत गुप्ता का कहना है कि ऑपरेशन करने वाली टीम के डॉक्टर की तबीयत खराब हो गई थी, इसकी के चलते वह लौट गए थे।
कहा कि पूरे मामले से उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। महिलाओं को इंजेक्शन लगाने के बाद उनको एडमिट कर लिया गया था। हालत में सुधार होने पर सुरक्षित घर भेज दिया गया है। महिलाओं को अगली तारीख में कैंप लगने पर आने के लिये बोला गया है।
दोषी पाए जाने पर डॉक्टरों पर होगी कार्रवाई
वहीं, इस मामले में सीएमओ अवधेश कुमार यादव ने कहा कि सीएचसी रामनगर पर शिविर का आयोजन था। नसबंदी करने से पहले महिलाओं को कुछ आवश्यक इंजेक्शन लगाए जाते हैं। लेकिन टीम इंजेक्शन देने के बाद बिना ऑपरेशन किए लौट आई, इसकी जानकारी नहीं है। पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।