निकाय चुनाव: बाराबंकी में सपा की मजबूत दावेदारी ने बढ़ाई भाजपा की टेंशन, दांव पर सांसद-मंत्री और विधायकों की प्रतिष्ठा
निकाय चुनाव के प्रत्याशियों की घोषणा के बाद से ही भाजपा के अन्य दावेदारों में अंदरखाने कहीं न कहीं असंतोष दिखाई पड़ने लगा है।
नगर पालिका नवाबगंज और 13 नगर पंचायतों में अध्यक्ष और सभासद पद के प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। लंबे चिंतन मंथन के बाद भी भाजपा ने ज्यादातर पुराने चेहरों पर ही दांव लगाया है। वहीं निकाय चुनाव के प्रत्याशियों की घोषणा के बाद भाजपा के अन्य दावेदारों में अंदरखाने कहीं न कहीं असंतोष दिखाई पड़ने लगा है।
इनमें से कई दावेदार तो ऐसे भी हैं जिन्होंने भाजपा से अपना टिकट पक्का मानकर नामांकन पत्र तक खरीद लिया था। लेकिन कैंडीडेट लिस्ट से नाम बाहर होते ही कई दावेदारों के बगावती सुर सोशल मीडिया पर सामने आने लगे हैं। ऐसे में चुनाव के दौरान भितरघात रोकना भाजपा के लिए बड़ी चुनौती है। इसमें बाराबंकी से सांसद, मंत्री और विधायकों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लग गई है।

भाजपा ने जगदीश प्रसाद गुप्ता पर जताया भरोसा
वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने नगर पंचायत टिकैतनगर में निवर्तमान चेयरमैन जगदीश प्रसाद गुप्ता पर भरोसा जताया है। हैदरगढ़ में पूर्व भाजपा विधायक स्व. सुंदर लाल दीक्षित के पुत्र पंकज दीक्षित की बगावत और पार्टी से इस्तीफा देने के बाद भी पार्टी ने उनकी बहू निवर्तमान चेयरमैन पूजा दीक्षित को प्रत्याशी बनाया है।

वहीं रामनगर में निर्दलीय के रुप में चुनाव जीतकर भाजपा से राजनीति करने वाले बद्री विशाल त्रिपाठी को टिकट मिला है। इसके अलावा नगर पंचायत देवा से त्रिवेणी प्रसाद, फतेहपुर से हेमंत कुमार, दरियाबाद से संजू जायसवाल को टिकट दिया गया है। जैदपुर में भाजपा ने मुस्लिम प्रत्याशी के रुप में रुकय्या बानो को मैदान में उतारा है।
रामसनेहीघाट में कुसुमलता वर्मा, सतरिख से जयप्रकाश वर्मा, सुबेहा से मनीराम रावत, सिद्धौर से रमंता रावत, बंकी से शैलकुमारी मौर्य और बेलहरा में कमला देवी को अध्यक्ष पद का उम्मीदवार घोषित किया है। इन नगर पंचायतों में भी भाजपा के टिकट के लिये कई दावेदार थे, जिनकी भी बगावत भाजपा का सिर दर्द बढ़ा सकती है।