बाराबंकी: पैरेंट्स के अकाउंट में नहीं पहुंचे पैसे, सर्दियों में बिना स्वेटर, जूते-मोजे में दिख रहे स्टूडेंट्स; BSA बोले- पैसा भेजा जा रहा
स्कूली बच्चों से बातचीत करने के दौरान पता चला चला कि बच्चों के अभिभावकों के खातों में इस वर्ष ही नही पिछले वर्ष भी विभाग द्वारा द्वारा पैसे नही भेजे गए थे।
बाराबंकी जिले में प्राइमरी और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र -छात्रावों के पास अभी भी स्कूली ड्रेस और स्वेटर जूता-मोजा उपलब्ध नही हो सका है। जिसकी वजह से बच्चे बिना ड्रेस जूते मोजे और स्वेटर के स्कूल जाने को मजबूर हैं।
स्कूली बच्चों से बातचीत करने के दौरान पता चला चला कि बच्चों के अभिभावकों के खातों में इस वर्ष ही नही पिछले वर्ष भी विभाग द्वारा द्वारा पैसे नही भेजे गए थे। वहीं कई अभिभावकों के खातों में गड़बड़ी होने की वजह से भी ड्रेस और जूते मोजे के अलावा स्वेटर का पैसा नही पहुंच पा रहा है।
कुछ को पिछले साल मिल गया था पैसा
मीडिया से बातचीत के दौरान बाराबंकी जिले के तहसील हैदरगढ़ अन्तर्गत शिक्षा क्षेत्र त्रिवेदीगंज के उच्च प्राथमिक विद्यालय नेवाजगंज में पढ़ने वाले छात्र -छात्रावों से जब बात की गई तो यहां क्लास 6 से लेकर क्लास 8 तक पढ़ने वाले छात्र छात्राओं के पास ड्रेस जूते मोजे और स्वेटर नहीं था। हालांकि कुछ बच्चों के पास पिछले वर्ष की ड्रेस और स्वेटर उपलब्ध था। वहीं कुछ बच्चों के अभिभावकों के खातों में पैसे पहुंच गए। जिसकी वजह से उनके पास ड्रेस और स्वेटर उपलब्ध हो गया था।
गर्म कपड़े और बिना जूते-मोजे के आ रहे बच्चे
वहीं बात अगर बच्चों की पढ़ाई की करे तो बच्चों को जनरल नॉलेज का ज्ञान भी नहीं था। आपको बता दें कि इस स्कूल में आधा दर्जन से अधिक शिक्षक -शिक्षिकाएं बच्चों को शिक्षा देने में लगाई गई हैं। वहीं प्रिंसिपल का कहना है कि जो पैसे खाते में आते हैं, उसकी किसान खाद ले लेते हैं या शराब पी लेते हैं। जिसके कारण बच्चे गर्म कपड़े और जूते नहीं ले पाते हैं।
बीएसए बोले- खातों में भेजे जा रहे पैसे
बीएसए संतोष देव पांडेय ने बातचीत के दौरान कहा प्रदेश में बाराबंकी जनपद पांचवे स्थान पर हैं। उन्होंने कहा जल्द ही ऑनलाइन पेमेंट के माध्यम से बच्चों के अभिभावकों के खातों में पैसा भेजा जा रहा है। जनपद अच्छा काम कर रहा है। वहीं ग्राम प्रधान व स्कूलों की ओर से जागरूक करते हुए उन्हें प्रेरित किया जाता है कि बच्चों की ड्रेस स्वेटर का पैसा उनके ड्रेस और स्वेटर जूते मोजे में ही इस्तेमाल करें।