कानपूर: कुशाग्र हत्याकांड में पुलिस ने किया बड़ा खुलासा, हत्या के पीछे की वजह प्रेम नहीं
उत्तर प्रदेश का कानपुर शहर एक बार फिर दहल गया। पैसों के लालच और प्रेमिका से अवैध संबंधों के शक में कपड़ा कारोबारी मनीष कनोडिया के 17 वर्षीय बेटे कुशाग्र की जान उसकी पूर्व ट्यूशन शिक्षिका के प्रेमी प्रभात शुक्ला ने ले ली। पुलिस ने इस मामले में बड़ा खुलासा किया है।
सोमवार रात शुरू हुए सनसनीखेज घटनाक्रम में मंगलवार सुबह हृदयविदारक खबर सामने आई। पैसों के लालच और प्रेमिका से अवैध संबंधों के शक में कपड़ा कारोबारी मनीष कनोडिया के 17 वर्षीय बेटे कुशाग्र की जान उसकी पूर्व ट्यूशन शिक्षिका के प्रेमी प्रभात शुक्ला ने ले ली। सोमवार शाम वह घर से कोचिंग गया था, लेकिन लौटा नहीं। दूसरे दिन उसका शव मिला।
प्रभात कोल्ड ड्रिंक पिलाने के बहाने कुशाग्र को अपने घर ले गया था और कमरे में रस्सी से हाथ-पैर बांधकर रस्सी से उसका गला घोंट दिया। इसके बाद आरोपित ने आचार्य नगर स्थित अपार्टमेंट में रहने वाले कारोबारी के यहां अपने दोस्त से रात में 30 लाख रुपये फिरौती की मांग वाला पत्र भेजा। परिवार ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया।
गार्ड की सूझबूझ से मिले अहम सुराग
अपार्टमेंट के गार्ड की सूझबूझ से पुलिस को अहम सुराग मिले और पूर्व ट्यूशन शिक्षिका, प्रेमी व उसका दोस्त सोमवार रात ही गिरफ्तार कर लिए गए। तीनों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। कोर्ट से निकलते समय कचहरी में वकीलों ने तीनों आरोपितों की पिटाई कर दी। बरगलाने के लिए फिरौती वाले पत्र में अल्लाह-ओ-अकबर लिखा था ताकि सब दूसरी दिशा में सोचें और वह शव को आसानी से ठिकाने लगा सके।
कोचिंग के लिए घर से निकला था कुशाग्र
मनीष कनोडिया का गुजरात के सूरत में कपड़ों का कारोबार है और वह ज्यादातर वहीं रहते हैं। उनका परिवार रायपुरवा थाना क्षेत्र के श्रीभगवती विला अपार्टमेंट की दूसरी मंजिल में रहता है। बेटा कुशाग्र जयपुरिया स्कूल में हाईस्कूल का छात्र था। वह सोमवार शाम करीब चार बजे स्वरूपनगर स्थित कोचिंग जाने के लिए घर से निकला था। रोजाना के लौटने के समय आठ बजे तक वह नहीं घर नहीं आया तो मां सोनिया और भाई आदित्य ने उसे फोन किया। उसका नंबर स्विच ऑफ बता रहा था। इसकी पुलिस को जानकारी दी गई।
30 लाख की फिरौती वाला पत्र
रात करीब नौ बजे स्कूटी से एक युवक अपार्टमेंट में पत्र लेकर पहुंचा और गार्ड से उनके घर देकर आने को कहा। गार्ड के मना करने पर वह अंदर गया और पत्र दरवाजे के पास छोड़कर चला गया। पुलिस पहुंची तब गार्ड ने बताया कि एक युवक पत्र लेकर आया था। इस पर परिवार के लोगों ने पत्र खोला तो उसमें बच्चे को सुरक्षित रखने के लिए 30 लाख रुपये फिरौती मांगी गई थी।
स्कूटी के नंबर प्लेट से खुला राज
गार्ड ने बताया कि उसने युवक की स्कूटी का नंबर नोट कर लिया है। शक जताया कि उक्त स्कूटी कुशाग्र को ट्यूशन पढ़ाने आने वाली पूर्व शिक्षिका रचिता वत्स से मिलती-जुलती है। पुलिस ने रात में ही फजलगंज खोया मंडी मस्जिद के सामने गुप्ता परिवार के घर पर किराए के मकान में रहने वाली रचिता वत्स को हिरासत में ले लिया।
इसके बाद दर्शनपुरवा ओम नगर के होमगार्ड सुनील के बेटे प्रभात शुक्ला उर्फ शिवम को भी पकड़ा। उसकी निशानदेही पर उसके घर के एक कोठरीनुमा कमरे से कुशाग्र का हाथ-पैर बंधा शव मिला। प्रभात ने बताया कि फिरौती वाला पत्र लेकर उसका दोस्त आर्यन उर्फ शिवा गुप्ता गया था। पुलिस ने उसे भी पकड़ लिया।
फिरौती के पत्र में लिखा अल्लाह-हू-अकबर
फिरौती के पत्र में लिखा था, आपसे निवेदन है कि आप ये बात पुलिस न अपनी लखनऊ फैमिली और न अगल-बगल किसी को बताएं कि हमने आपके कुशाग्र को किडनैप कर लिया है। आपके पास दो या तीन दिन का समय है। आप जल्दी से 30 लाख रुपयों का इंतजाम कर लो। और यह बात कहीं भी फैली तो उसके जिम्मेदार आप स्वयं होंगे। अपना बच्चा एक घंटे के अंदर घर में देखो।
रुपये लेकर रात में दो बजे कोकाकोला चौराहे पर मिलो। मैं रुपये लेने आऊंगा। जैसे रुपये मेरे हाथ में आएंगे, ठीक उसके बाद लड़का आपके घर में होगा। रुपये की व्यवस्था हो जाए तो घर के चारों तरफ पूजन वाला झंडा लगा देना। मैं देख लूंगा और आपको फोन करूंगा। और कोई भी होशियारी हुई तो उसके जिम्मेदार आप स्वयं होंगे। आप बिल्कुल भी न घबराओ आपका लड़का सही सलामत घर पहुंच जाएगा। उसकी जिम्मेदारी आपके ऊपर है।
क्रिकेट की सट्टेबाजी में हार गया था लाखों रुपये
डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार के अनुसार पूछताछ में प्रभात ने बताया कि वह क्रिकेट विश्वकप की सट्टेबाजी में लाखों रुपये हार गया। वह आर्थिक संकट में था और उसे यह भी शक था कि कुशाग्र उसकी प्रेमिका रचिता से बात करता है। ऐसे में उसने फिरौती के जरिये पैसे कमाने और कुशाग्र को रास्ते से हटाने का दांव खेला। अगर वह अपनी योजना में सफल हो जाता तो मिले पैसों की मदद से रचिता से शादी कर लेता।
एक-दूसरे को जानते थे कुशाग्र और प्रभात
डीसीपी के मुताबिक कुशाग्र और प्रभात एक-दूसरे को पहले से जानते थे। सोमवार शाम उनकी मुलाकात जरीब चौकी चौराहे के पास हुई। प्रभात उसे कोल्ड ड्रिंक पिलाने के बहाने अपने घर ले गया था और हत्या कर दी। सीसी कैमरों की फुटेज में दिखा है कि प्रभात पहले अपने घर में घुसा और फिर कुशाग्र। करीब 35 मिनट बाद प्रभात अकेले घर से निकलता दिखा है। रचिता उस वक्त वहां मौजूद थी।