बिहार वाले अनंत सिंह की विधायकी चली गई, घर से हथगोला मिला था
गैंगस्टर अनंत सिंह को 10 साल की सजा होने के बाद विधानसभा सचिवालय ने आदेश किया जारी।
बिहार के गैंगस्टर अनंत सिंह की विधायकी चली गई है. विधानसभा सचिवालय ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता अनंत सिंह की विधानसभा सदस्यता खत्म करने संबंधी आदेश जारी कर दिया है.
ख़बरों के मुताबिक बिहार विधानसभा के प्रभारी सचिव पवन कुमार ने अनंत सिंह की विधानसभा सदस्यता खत्म किए जाने संबंधी आदेश जारी किया है. इस आदेश में कहा गया है, 'बिहार की मोकामा सीट से विधायक अनंत सिंह को एमपी-एमएलए कोर्ट से सजा सुनाई गई थी. इसी को लेकर उनकी विधानसभा सदस्यता खत्म की जाती है. यह फैसला दोष सिद्ध होने की तारीख से लागू होगा.'
आर्म्स एक्ट में 10 साल की सजा
21 जून, 2022 को अनंत सिंह को अदालत ने 10 साल की सजा सुनाई थी. अनंत सिंह पर घर में हथियार रखने का आरोप लगा था. MP-MLA कोर्ट में 14 जून को हुई सुनवाई के दौरान अनंत सिंह को दोषी करार दिया गया था. फिर 21 जून को उनकी सजा का ऐलान किया गया. यह सजा उन्हें आर्म्स एक्ट के तहत सुनाई गई.
अनंत सिंह के घर से मिली थी AK 47
मामला अगस्त 2019 का है. तब IPS लिपि सिंह बाढ़ जिले की SSP थीं. उन्हें टिप मिली थी कि अनंत सिंह के घर पर हथियार हैं. लिपि सिंह की टीम ने तड़के 4 बजे अनंत सिंह के घर छापा मार दिया. पूरे घर की तलाशी ली गई. भारी पुलिस फ़ोर्स की मौजूदगी में 11 घंटे तक सर्च ऑपरेशन चला. और जो बरामद हुआ उसने सबको चौंका दिया. आजतक के रोहित कुमार सिंह की खबर के मुताबिक, पुलिस को छापेमारी में अनंत सिंह के घर से एके-47, 26 राउंड कारतूस और एक मैगज़ीन, हैंड ग्रेनेड सहित कुछ और हथियार भी मिले थे.
कार्रवाई के बाद अनंत सिंह तो फरार हो गए. लेकिन पुलिस ने उनके घर के केयर टेकर को गिरफ्तार कर लिया था. अनंत सिंह की गिरफ़्तारी का अभियान शुरू हुआ. इस बीच अनंत सिंह बीच-बीच में अपने वीडियो जारी करते रहे. हालांकि कुछ दिन बाद अनंत सिंह ने दिल्ली की साकेत कोर्ट में सरेंडर कर दिया. ट्रांज़िट रिमांड पर बिहार पुलिस अनंत सिंह को ले गई. उसके बाद उन्हें बाढ़ जिला कोर्ट में पेश किया गया. 24 अगस्त 2019 से अनंत सिंह जेल में हैं.
कौन हैं अनंत सिंह?
अनंत सिंह बिहार के मोकामा से विधायक है. अनंत सिंह को बिहार में छोटे सरकार के नाम से भी जाना जाता है. आरजेडी नेता लगातार पांचवी बार मोकामा से विधायक चुने गए. 2020 में आरजेडी के टिकट पर ही चुनाव लड़ा था. इससे पहले अनंत सिंह, नीतीश की पार्टी जेडीयू में थे. दो बार जेडीयू के टिकट पर विधायक चुने गए. एक बार निर्दलीय जीते.
अनंत सिंह आपराधिक छवि के नेता रहे हैं. बिहार में इन पर UAPA (Unlawful Activity Prevention Act) सहित कुल 38 मुकदमें दर्ज हैं. खबरों के मुताबिक पटना में ही अनंत सिंह पर 34 केस दर्ज है.