पटना: 23 जून को विपक्षी दलों की महाबैठक, पहले और आखिर में किस राजनेता को मिलेगा बोलने का मौका ?
पटना में 23 जून को होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में देशभर से राजनीतिक दिग्गज पहुंचेंगे। बताया जा रहा है कि सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक यह बैठक चलेगी। इस दौरान राहुल गांधी नीतीश कुमार ममता बनर्जी अरविंद केजरीवाल सहित कई नेता रखेंगे अपनी बात ।
विपक्षी एकजुटता को ले 23 जून काे पटना में बुलायी गयी बैठक के स्वरूप के बारे में अब तक जाे जानकारी है उसके अनुसार यह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के की नोट एड्रेस के साथ शुरू होगी। पटना के एक अणे मार्ग स्थित नेकसंवाद कक्ष को बैठक के लिए तैयार किए जाने की खबर है। वैसे एक अणे मार्ग स्थित लाेकसंवाद कक्ष को भी देखा गया है।
सुबह 11 बजे आरंभ होगी महाबैठक
महाबैठक के शेड्यूल के बारे में मिली आरंभिक जानकारी के अनुसार, यह सुबह 11 बजे शुरू होगी। शाम चार बजे तक विमर्श चलेगा। इस दौरान सभी राजनीतिक दिग्गज दिन का भोजन भी एक साथ करेंगे।
केंद्र के काम की चर्चा से होगी बैठक की शुरुआत
महाबैठक के आरंभ में सामूहिक रूप से यह विमर्श होगा कि वर्तमान में देश किन-किन बड़ी समस्याओं से जूझ रहा। मंहगाई और बेरोजगारी के साथ-साथ संविधान को बदलने की केंद्र सरकार किस तरह से काम कर रही है। इस पर भी चर्चा होगी।
खरगे बताएंगे- क्यों जरूरी है विपक्ष की एकजुटता
महाबैठक में नीतीश कुमार के संबोधन के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे अपनी बात रखेंगे और बताएंगे कि आखिर विपक्ष की एकजुटता क्यों जरूरी है। भाजपा से खिलाफ वन फार वन फार्मूला पर भी चर्चा होगी कि अलग-अलग राज्यों में किस तरह से इसे सक्रिय करना संभव होगा।
ममता बनर्जी सहित चार राज्यों के मुख्यमंत्री भी रखेंगे अपनी बात
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ही विपक्षी एकजुटता को लेकर होने वाली महाबैठक को पटना में कराने का प्रस्ताव दिया था। इसलिए महाबैठक में उनका विशेष रूप से संबोधन होगा। ममता बनर्जी के साथ-साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और तमिलनाडु के मुख्यमांत्री स्टालिन का भी संबोधन होगा।
संभव है कि अरविंद केजरीवाल इस मामले को भी उठा सकते हैं कि केंद्र की सरकार ने किस तरह दिल्ली सरकार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मिले अधिकार को अध्यादेश लाकर खत्म कर दिया। पूर्व में वह इस मामले को उठा चुके हैं। कांग्रेस ने अरविंद केजरीवाल का समर्थन भी किया है।
शरद पवार, उद्धव ठाकरे और अखिलेश भी रखेंगे अपनी बात
क्षेत्रीय स्तर पर मजबूती के साथ विपक्षी दल के रूप में खड़े एनसीपी नेता शरद पवार, शिव सेना (उद्धव, बाला साहब ठाकरे) यह बताएंगे कि महाराष्ट्र में किस तरह से विपक्षी एकता की बात को पूरी ताकत लगाकर मजबूत किया जा सकता है। उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा नेता अखिलेश यादव उप्र की बात करेंगे।
बैठक के आखिर में राहुल गांधी का संबोधन
राहुल गांधी के संबोधन के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार महाबैठक के आखिर में कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपनी बात रखेंगे।
तेजस्वी यादव व ललन सिंह भी रहेंगे मौजूद
महाबैठक में बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह भी मौजूद रहेंगे।
राजकीय अतिथिशाला व सर्किट हाउस में ठहरने का इंतजाम
महाबैठक में आने वाले राजनीतिक दिग्गजों के रहने का इंतजाम राजकीय अतिथिशाला में किया गया है। पटना में आने के तुरंत बाद वे लोग राजकीय अतिथिशाला जाएंगे। उनके साथ आए लोगों के लिए पटना सर्किट हाउस में व्यवस्था की गयी है। वहां से वे लोग मुख्यमंत्री आवास पहुंचेंगे।