शिक्षक अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज को लेकर सियासत तेज, कांग्रेस ने पूछा- वो अफसर किसके इशारे पर कर रहा है काम
पटना में नौकरी की मांग को लेकर शिक्षक अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज को लेकर सियासत तेज हो गई है। प्रदर्शन के दौरान एक अभ्यर्थी की पिटाई की तस्वीर इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। लाठीचार्ज को लेकर कांग्रेस ने सवाल पूछा है।
पटना में नौकरी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे शिक्षक अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज की बिहार कांग्रेस ने कड़े शब्दों में निंदा की है। कांग्रेस प्रवक्ता असितनाथ तिवारी ने कहा, लाठीचार्ज की घटना ये बताने के लिए काफी है कि नौकरशाही का एक हिस्सा बेहद अलोकतांत्रिक हो चुका है। ये नौकरशाह लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचलते हुए आगे बढ़ने लगे हैं। जबकि हम सब जानते हैं कि रोजगार मांगना ना तो गैरकानूनी कृत्य है और ना ही रोजगार के लिए प्रदर्शन करना गैरकानूनी है। इसके साथ ही कांग्रेस ने यह भी सवाल पूछा कि लाठीचार्च को लेकर अफसर को किसने आदेश दिया।
'कांग्रेस के निशाने पर अधिकारी'
तिवारी ने कहा, पढ़े-लिखे युवा रोजगार मांगेंगे और उसके लिए प्रदर्शन भी करेंगे। ये उनका लोकतांत्रिक अधिकार है। एक निहत्थे छात्र पर जिस तरह से एक अधिकारी ने लाठियां बरसाईं हैं वो बर्बर हो चुकी नौकरशाही की गवाही है। ये वही अधिकारी हैं जिन्होंने कभी लोगों को थाली बजा कर उसका फोटो और वीडियो भेजने के लिए विवश किया था। ये आज भी थाली-ताली बजवाने वालों के इशारे पर काम कर रहे हैं।
तस्वीरों में साफ दिख रहा है कि अभ्यर्थी शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे। उनसे बातचीत होनी चाहिए थी। उनकी बातें सुनकर उनके बीच फैली गलतफहमियों को दूर करना चाहिए था। उनकी मांगों को सक्षम अधिकारी तक पहुंचाना चाहिए था। उन्हें ये भरोसा दिलाना चाहिए था कि नियोजन की प्रक्रिया चल रही है, लाखों लोगों का नियोजन होना है। संख्या बड़ी है तो थोड़ा समय लगेगा लेकिन, जो लोग भी योग्यता रखते हैं उनका नियोजन निश्चित तौर पर होगा। ये सब करने के बजाए अभ्यर्थी को बर्बरतापूर्वक पीटा गया।
'लाठीचार्ज का आदेश किसने दिया'
लाठी बरसाने वाले अधिकारी ने लाठी चलाने का निर्देश कहां से लिया था, इसकी जांच होनी चाहिए। ऐसे अधिकारी गठबंधन सरकार को बदनाम करने वाला साबित होंगे। इन अधिकारियों को ये समझाना होगा कि ये सरकार लोकतांत्रिक मूल्यों का पालन करने वाली है। इस सरकार में थाली और ताली बजवाने वाले लोग शामिल नहीं हैं बल्कि, ये सरकार रोजगार, शिक्षा, चिकित्सा और सुरक्षा देने वाली है। इसलिए कांग्रेस पार्टी मुख्यमंत्री से आग्रह करती है कि वो इस अधिकारी पर कार्रवाई करें ताकि थाली-ताली बजाऊ पार्टी के प्रभाव में रहने वाले अधिकारी ये समझ सकें कि नौकरशाही को लोकतांत्रिक मूल्यों पर ही चलना होगा। बाहरी इशारे पर लोकतंत्र को कुचलने वाले अधिकारी बाहर किए जाएंगे।