पैसे को नाली में फेंकने वाले RJD विधायक की कहानी, तेजस्वी के एक और MLA हुए पैदल
17 साल पहले अनिल सहनी जब मुजफ्फरपुर के बोचहां से चुनाव लड़ रहे थे तो पैसे को नाली में फेंक दिए थे। तब वो नया-नया नेता बन रहे थे। सियासत की सीढ़ियां चढ़ते गए और जेडीयू से राज्यसभा के सांसद बन गए। 2020 चुनाव में मुजफ्फरपुर के कुढ़नी से RJD की टिकट पर चुनाव जीते। समय का चक्र घुमा और अब विधायकी से भी पैदल हो गए।
बिहार के आरजेडी विधायक अनिल सहनी की सदस्यता चली जाएगी। उन पर आरोप था कि जेडीयू से राज्यसभा सांसद रहते इन्होंने जाली ई-टिकट और फर्जी बोर्डिंग पास बनवाकर भत्ता भुगतान लिया था। 23 लाख 71 हजार रुपए की धोखाधड़ी (LTC Scam Case) का आरोप लगा था। अक्टूबर 2013 में केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) ने एक संदर्भ (Reference) के बाद मामला दर्ज किया। जिसे CBI को ट्रांसफर कर दिया गया। CBI ने जांच में अनिल सहनी पर लगे आरोपों को सही पाया। मामले की सुनवाई दिल्ली स्थित CBI कोर्ट में चल रही थी। ये मामला अवकाश और यात्रा भत्ते (LTC) की धोखाधड़ी के भुगतान दावे से जुड़ा था। जिसमें उन्हें तीन साल की सजा हुई।
कभी नाले में पैसे फेंक देते थे अनिल सहनी
वैसे तो अनिल सहनी पैसे को बहुत ज्यादा भाव नहीं देते थे। वो नाली में पैसे फेंकने के लिए जाने जाते हैं। मगर पैसे के लिए फर्जी बिलिंग के चक्कर में नेतागीरी चली गई। साल 2005 से ही पैसे को लेकर उनके कई किस्से रहे हैं। बताया जाता है कि 2005 में वे जेडीयू उम्मीदवार के तौर पर बोचहां विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार कर रहे थे। इसी दौरान चुनाव आयोग के तत्कालीन सलाहकार को सूचना मिली कि वोटरों को लुभाने के लिए सहनी रुपए बांट रहे हैं। चुनाव आयोग के अधिकारी अनिल सहनी के कार को रोका तो भारी मात्रा में कैश को नाले में फेंक दिया गया था। बाद में नाले से करीब 4 लाख रुपए बरामद हुए थे। इस घटना से अनिल सहनी काफी चर्चित हुए थे।
JDU MP रहते सहनी ने किया फर्जीवाड़ा
नियम के मुताबिक अगर किसी जनप्रतिनिधि को दो साल या उससे ज्यादा की सजा होती है तो उसकी सदस्यता चली जाएगी। ऐसे में अनिल सहनी पांचवें जनप्रतिनिधि होंगे, जिनकी विधायकी जाएगी। इनके पहले सजा पाने के कारण चार विधायकों की सदस्यता जा चुकी है। मुजफ्फरपुर के कुढ़नी से अनिल सहनी आरजेडी के विधायक हैं।
RJD MLA के तौर पर जाएगी सदस्यता
दिल्ली की CBI कोर्ट से तीन साल की सजा हुई है। साथ ही दो लाख रुपए जुर्माना भी लगाया गया। अगर वे जुर्माना की रकम नहीं अदा करेंगे तो 6 महीने अतिरिक्त सजा काटनी पड़ेगी। इस मामले में दो और आरोपियों को सजा सुनाई गई। जिसमें एयर इंडिया के तत्कालीन सुपरिटेंडेंट (ट्रैफिक) एनएस नायर और अरविंद तिवारी हैं। जिन्हें दो साल की सजा और 3 लाख 25 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया। अनंत सिंह के बाद अनिल सहनी दूसरे आरजेडी के विधायक हैं, जिनकी सदस्यता जाएगी।