'धर्म के आधार पर देश का विभाजन होता तब ये नौबत नहीं आती', गिरिराज सिंह के सियासी बयान के बाद बवाल
बिहार बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं। ताजा मामला उनके ओवैसी और बदरुद्दीन अजमल को लेकर दिये गये विवादित बयान का है। जिसमें गिरिराज सिंह ने कहा है कि यदि देश का बंटवारा धर्म के आधार पर होता, तो आज गाली नहीं सुननी पड़ती।
बिहार बीजेपी नेता और बेगूसराय से सांसद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह एक बार फिर चर्चा में हैं। गिरिराज सिंह ने देश के बंटवारे को लेकर बड़ा बयान दिया है। गिरिराज सिंह का कहना है कि यदि देश का बंटवारा धर्म के आधार पर हुआ होता, तो आज कुछ लोगों की गाली नहीं खानी पड़ती। गिरिराज सिंह ने बेगूसराय में मीडिया से बातचीत में कहा कि सांसद बदरुद्दीन का बयान पूरी तरह गलत है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य है कि आज हमें बद्वउद्दीन और ओवेसी जैसे लोग गाली दे रहे हैं।
गिरिराज का विवादास्पद बयान
गिरिराज सिंह ने कहा कि अगर आजादी के समय धर्म के आधार पर पाकिस्तान सारे लोग वहां जाते और सनातन वाले लोग यहां रह जाते हैं, तो आज बद्वउद्दीन जैसे और ओबीसी जैसे लोग गाली नहीं देते। उन्होंने कहा कि एक नीति के तहत जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाना चाहते हैं। हम जनसंख्या नियंत्रण कानून की बात कर रहे हैं। वे तोड़ने की नसीहत दे रहे हैं। हमारे पूर्वज सागर महर्षि थे। जिनके 60 हजार बच्चे थे। हम किसी बच्ची से पूर्वजों ने शादी नहीं की।
जनसंख्या नियंत्रण कानून की जरूरत
उन्होंने कहा कि भारत में जनसंख्या नियंत्रण कानून बनना चाहिए। संसाधन सीमित हैं, भारत का जीडीपी चाइना से ज्यादा था। लेकिन, वहां चाइल्ड पॉलिसी लाया गया। वहां सभी धर्मों ने नियम का पालन किया। चाइना 60 करोड़ आबादी रोकने में सक्षम हुआ। चीन दुनिया का आर्थिक रूप से समृद्ध देश बन गया है।
राहुल पर बोला हमला
गिरिराज सिंह ने जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की वकालत करते हुए कहा कि चीन में एक मिनट में 10 बच्चे हो रहे हैं। भारत में 1 मिनट में 25 बच्चे पैदा हो रहे हैं। ऐसा कड़ा कानून लाना चाहिए जो हिंदू और मुसलमानों को मान्य हो। जो नहीं माने उसको सरकारी योजनाओं से वंचित दिया जाए। उसे कानूनी दंड दिया जाए। वोटिंग राइट्स छीना जाए। वहीं, राहुल गांधी पर बोलते हुए कहा कि भारत की संस्कृति को समझने के लिए उनको चार जन्म लेना होगा।