सीएम योगी को भाजपा के विधायक ने लिखा पत्र, कहा - जनता आंखों में खटकता है 'सुल्तान' नाम
एक बार फिर सुलतानपुर जिले का नाम बदलने की मांग उठी है। अबकी बारी भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री विनोद सिंह ने लिखा CM को पत्र।
एक बार फिर सुलतानपुर जिले का नाम बदलने की मांग उठी है। अबकी बारी भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री विनोद सिंह ने सीएम योगी को पत्र लिख कर सुल्तानपुर का नाम कुशभवनपुर करने की मांग की है। विनोद सिंह सुल्तानपुर विधानसभा से विधायक हैं।
इससे पहले लंभुआ,सुल्तानपुर से भाजपा विधायक देवमणि द्विवेदी ने भी कई बार सुल्तानपुर का नाम बदलने के लिए सीएम को पत्र लिखा था। अपनी और सुल्तानपुर की जनता की इस मांग को विधानसभा में भी वर्ष 2018 में भी उठाया था।
लोकतंत्र में सुल्तान नाम जनता आंखों में खटकता है- भाजपा विधायक
भाजपा विधायक ने अपने पत्र में लिखा है कि त्रेता युग में भगवान राम के पुत्र कुश की राजधानी कुश भवनपुर थी। महराज कुश के आगे की पीढ़ियों ने द्वापर तक राज किया। फिर कौरव सेना की ओर से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए। सुल्तानपुर जिले में धोपाप ,मकरी कुंड, सीता कुंड, बिजेथुआ जैसे महत्वपूर्ण पौराणिक स्थल है। इस तथ्य के पौराणिक साक्ष्य है कि हम सब की आराध्य भगवान राम के कनिष्ठ पुत्र कुश ने इस जनपद को अपनी राजधानी बनाया और इसका नामकरण कुशभवनपुर किया था ।
बाद में बादशाह खिलजी ने अपनी संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिए जिले का नामकरण सुल्तानपुर कर दिया। आज के प्रजा-तांत्रिक युग में सुल्तान जैसे नाम जनता की आंखों में खटकता है। इसे बदलवाने के लिए कई बार जन आंदोलन हुए हैं और ज्ञापन भी दिए गए हैं। यह जनता के लिए बेहद संवेदनशील मुद्दा बना हुआ है। लिहाजा सुल्तानपुर का नाम बदलकर कुशभवनपुर रखा जाए।
2018 में भाजपा विधायक सदन में प्रस्ताव रख चुके है
इससे पहले सुल्तानपुर के लंभुआ से भाजपा विधायक देवमणि द्विवेदी ने नियम 103 के तहत सदन में इस विषय पर चर्चा का प्रस्ताव रखा। जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार भी कर लिया गया था। साथ ही इस विषय पर सदन में चर्चा भी हुई थी। तब देवमणि द्विवेदी ने कहा था कि अयोध्या से सटे सुल्तानपुर जिले को भगवान श्रीराम के पुत्र कुश ने बसाया था। पहले इसे कुशभवनपुर नाम से ही जाना जाता था। यहीं सीताजी ठहरी थीं, उनकी याद में आज भी सीताकुंड घाट बना हुआ है।
यही नहीं बल्कि सुल्तानपुर के गजेटियर में भी इस बात का उल्लेख है कि इसका नाम कुशभवनपुर ही था। उस समय मुगलों ने इसका नाम बदल दिया था। ऐसे में इसका पुराना नाम होने से जहां गर्व की अनुभूति होगी। वहीं सांस्कृतिक महत्व भी बढ़ेगा।
मेनका गांधी से लेकर राज्यपाल तक ने भेजा प्रस्ताव
अगस्त 2020 में सुल्तानपुर सांसद ने भी जिले का नाम बदलकर कुशभवनपुर करने की मांग की थी। इस बाबत उन्होंने एक वीडियो भी जारी किया था। यही नहीं तत्कालीन राज्यपाल राम नाइक ने भी 28 मार्च 2019 को सुल्तानपुर जिले का नाम बदलने को लेकर सीएम योगी को पत्र लिखा था।
2019 में नगर पालिका ने भी भेजा था प्रस्ताव
इससे पहले जनवरी 2018 में नवनिर्वाचित नगर पालिका अध्यक्ष बबिता जायसवाल ने सुल्तानपुर जिले का नाम बदलकर कुशभवनपुर करने का एजेंडा नपा बोर्ड की प्रथम बैठक में पास कराया था। दरअसल, नगरपालिका अध्यक्ष बबिता जायसवाल ने चुनाव के दौरान शहर की जनता से कहा था कि कुशभवनपुर हमारे लिए सिर्फ चुनावी जुमला या चुनावी वादा नहीं बल्कि हमारे लिए मान-सम्मान और स्वाभिमान का प्रतीक है।