सोनीपत पहुंचे पूनिया, पूर्व गवर्नर मलिक, पहलवानों के समर्थन में लेंगे फैसला
रेसलर्स के हक में हरियाणा के सोनीपत के मुंडलाना गांव में सर्व समाज की पंचायत हो रही है। जिसकी अगुआई भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी कर रहे हैं।
रेसलर्स के हक में हरियाणा के सोनीपत के मुंडलाना गांव में सर्व समाज की पंचायत हो रही है। जिसकी अगुआई भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी कर रहे हैं। इसमें पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक के साथ जयंत चौधरी और पहलवान बजरंग पूनिया भी पहुंचे हैं। पंचायत में पहलवानों के हक में बड़ा फैसला लिया जा सकता है।
कुछ दिन पहले कुरुक्षेत्र में हुई खाप महापंचायत में केंद्र को कार्रवाई के लिए 9 जून तक का अल्टीमेटम दिया गया है।
दिल्ली पुलिस की जांच पूरी, POCSO एक्ट की धारा हटाने के आसार
वहीं भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण के बीच चल रहे विवाद को लेकर दिल्ली पुलिस की जांच लगभग पूरी हो चुकी है। सूत्रों के मुताबिक इसकी फाइनल रिपोर्ट तैयार हो चुकी है। जिसमें बृजभूषण पर लगे आरोपों को खारिज किया गया है।
यह भी पता चला है कि इस रिपोर्ट के बाद बृजभूषण पर लगा POCSO एक्ट की धारा भी हटाई जा सकती है। हालांकि दिल्ली पुलिस की प्रवक्ता सुमन नलवा का कहना है कि जांच और उसके तथ्यों को लेकर अभी कोई कमेंट नहीं किया जा सकता।
हरियाणा CM का दावा- कुछ संगठनों की वजह से फैसला नहीं हो सका
कल शनिवार को हरियाणा CM मनोहर लाल से करनाल दौरे के दौरान बृजभूषण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाने वाले रेसलर्स के पक्ष में खाप पंचायतों के अल्टीमेटम से जुड़ा सवाल पूछा गया। मनोहर ने कहा- यह मामला काफी समय से चल रहा है। केंद्र सरकार इसे देख रही है। निश्चित रूप से कोई न कोई हल इसमें निकलना चाहिए। हमने अपनी ओर से प्रयत्न किए थे।
कुछ लोगों से बातचीत हुई, लेकिन फैसला होते समय छोटी-मोटी कमियां रह जाती हैं। इसके बाद कुछ संगठन खड़े हो गए और फैसला होते-होते रह गया। मेरा खाप पंचायतों से निवदेन है कि वह मामले को हल करने में आगे आएं और सहयोग करे ताकि असली विवाद पर फैसला हो सके।
दिल्ली पुलिस को मिले 4 गवाह मिले
यौन शोषण के आरोपों से घिरे भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष सांसद बृजभूषण शरण सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती है। दिल्ली पुलिस को इस मामले में 4 गवाह मिले हैं, जिन्होंने बृजभूषण पर लगे आरोपों की पुष्टि की है। इनमें एक-एक ओलिंपियन, कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडलिस्ट, इंटरनेशनल रेफरी और स्टेट लेवल कोच शामिल है।
ये सभी उन 125 गवाहों में शामिल हैं, जिन्हें इस केस में शामिल किया गया है। दिल्ली पुलिस आरोपों वाली जगह यानी 4 राज्यों हरियाणा, उत्तर प्रदेश, झारखंड और कर्नाटक में इसकी जांच कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, आरोपों की पुष्टि करने वाले गवाह ओलिंपियन और कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडलिस्ट, दोनों महिला रेसलर हैं। उन्होंने दिल्ली पुलिस की जांच टीम को बताया कि बृजभूषण के सेक्शुअल हैरेसमेंट के बारे में घटना के एक महीने बाद केस दर्ज कराने वाली महिला रेसलर्स ने उन्हें बताया था।
शिकायत करने वालों में शामिल एक महिला पहलवान के कोच ने दिल्ली पुलिस की SIT को बताया कि बृजभूषण के सेक्शुअल फेवर मांगने के बारे में घटना के 6 घंटे बाद उन्हें फोन पर बताया गया था। इंटरनेशनल रेफरी ने कहा कि जब वे टूर्नामेंट के लिए इंडिया या विदेशों में जाते थे तो महिला रेसलर्स से उनकी इस परेशानी के बारे में सुनते थे।
केंद्र गिरफ्तारी पर राजी नहीं
सूत्रों के मुताबिक, केंद्र पहलवानों की 5 मांगों को मानने को तैयार है। इनमें महिला कुश्ती कैंप लखनऊ से पटियाला, आरोपी कोच को हटाने, WFI को सस्पेंड करने, पहलवानों पर दर्ज दंगे के केस वापस लेने और महिला कुश्ती की कमान किसी महिला को सौंपना शामिल है।
मगर, बृजभूषण की गिरफ्तारी और फेडरेशन से पूरी तरह बेदखल करने की शर्त पर सरकार राजी नहीं है। सरकार का कहना है कि पहलवान चाहें किसी भी एजेंसी से जांच करा लें, लेकिन वे सीधे बृजभूषण को गिरफ्तार करने का आदेश नहीं दे सकते। मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने को लेकर भी सरकार की शर्त है कि पहलवान धरना छोड़ खेल में लौटें। सूत्रों के मुताबिक इस मामले में केंद्र सरकार जल्द 4 मंत्रियों की टीम को पहलवानों से बात करने के लिए भेज सकती है। इसमें केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के अलावा एक महिला मंत्री और 2 अन्य मंत्रियों को शामिल किया जाएगा।
बृजभूषण के खिलाफ 2 FIR सामने आई
बृजभूषण के खिलाफ दिल्ली पुलिस की दर्ज 2 FIR सामने आ चुकी हैं। एक FIR में नाबालिग पहलवान ने आरोप लगाए कि बृजभूषण ने फोटो खींचने के बहाने जबरन उसे बाहों में पकड़ा। बृजभूषण ने कहा कि तुम मुझे सपोर्ट करो और मैं तुम्हें सपोर्ट करूंगा। फिर उसे कमरे में बुलाकर जबरन फिजिकल रिलेशन बनाने की कोशिश की। जब वह नहीं मानी तो ट्रायल में उसे परेशान किया।
दूसरी FIR में 6 बालिग पहलवानों ने शिकायत दर्ज कराई। जिसमें बृजभूषण पर आरोप लगाए कि उन्हें जबरन पकड़ा। सांस चैक करने के बहाने टी-शर्ट उतारी। उनके सीने और पेट पर हाथ फेरा। चोट का इलाज करवाने के बहाने सेक्शुअल फेवर मांगा। अगर किसी पहलवान ने इसका विरोध जताया तो उसे धमकाया कि आगे कॉम्पिटिशन नहीं खेलने हैं क्या?। एक पहलवान को कमरे में बुलाकर बेड पर लेटने को कहा।