भाजपा अपने रुठे नेताओं को मनाने के लिए चाय पर चर्चा के बाद अब टिफिन पर बात करेगी!
लोकसभा चुनाव के पहले बीजेपी अपने उन पुराने कार्यकर्ताओं को मनाने में जुट गई है जो किसी कारण से नाराज होकर घर बैठ गए हैं। बीजेपी इसके लिए टिफिन बैठक पर चर्चा अभियान शुरू करेगी। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा 3 जून को आगरा से इस अभियान की शुरुआत करेंगे।
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए सियासी बिसात बिछने लगी है। विपक्षी एकजुटता की कवायद के बीच केंद्र की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के नौ साल पूरे होने जश्न मना रही बीजेपी ने अलग-अलग आयोजनों के जरिए अब पुराने कार्यकर्ताओं को साधने की कोशिशें भी शुरू कर दी हैं।
चाय पर चर्चा के बाद अब बीजेपी ने पुराने कार्यकर्ताओं के साथ टिफिन बैठक में चर्चा की योजना बनाई है। बीजेपी के इस अभियान की शुरुआत 3 जून को राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा इस अभियान की शुरुआत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आगरा से करेंगे। बीजेपी के इस अभियान को नाराज होकर घर बैठ चुके कार्यकर्ताओं को मनाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
बताया जाता है कि इस अभियान के तहत बीजेपी की ओर से टिफिन बैठकें आयोजित की जाएंगी। पार्टी के कार्यकर्ता अपने-अपने घरों से टिफिन लेकर आएंगे। बीजेपी के कार्यकर्ता घर से लाया भोजन ग्रहण करते हुए पार्टी की सरकार के कामकाज, उसकी नीतियों को लेकर चर्चा करेंगे और उसे घर-घर तक, जन-जन तक पहुंचाने के लिए रणनीति पर भी मंथन करेंगे।
बीजेपी की ये टिफिन बैठक पार्टी के उन पुराने कार्यकर्ताओं को मनाने के लिए आयोजित की जा रही हैं, जो किसी कारण से नाराज होकर घर बैठ गए हैं। बीजेपी की कोशिश है कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले ऐसे कार्यकर्ताओं को मनाया जाए। पार्टी की कोशिश है कि ऐसे कार्यकर्ताओं को मनाकर जनसंपर्क अभियान का हिस्सा बनाया जाए।
सांसदों को भी करनी होगी टिफिन बैठक
बीजेपी के बड़े नेता भी टिफिन बैठक में शामिल होंगे। पार्टी ने अपने सभी सांसदों से अपने-अपने क्षेत्र के पुराने कार्यकर्ताओं के साथ टिफिन बैठक करने के लिए कहा है। बताया जा रहा है कि बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा टिफिन बैठक की शुरुआत आगरा के दयालबाग से करेंगे जिसमें पार्टी के करीब 300 पुराने कार्यकर्ता शामिल होंगे। टिफिन बैठक में चर्चा के बाद पार्टी की योजना सहभोज की भी है।
2014 के चुनाव में हुई थी चाय पर चर्चा
गौरतलब है कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया था। नरेंद्र मोदी ने तब ये दावा किया था कि वे बचपन में ट्रेन में चाय बेचते थे। बीजेपी ने एक चाय बेचने वाले को अपना पीएम कैंडिडेट बनाया है। चाय वाले पर मचे घमासान के बाद बीजेपी ने इस इमेज को भुनाने के लिए चाय पर चर्चा कार्यक्रम की शुरुआत की थी।