लोकसभा चुनाव 2024: सोशल मीडिया पर आक्रामक अंदाज में नजर आएगी भाजपा, बूथ स्तर तक होगी भाजपा आईटी टीम
भाजपा सोशल मीडिया पर अब आक्रामक नजर आएगी। प्रदेश के संगठन महामंत्री ने कहा कि यूपी के लिहाज से लाइक और शेयर नहीं आ रहे हैं। पार्टी बूथ स्तर तक सोशल मीडिया व आईटी टीम तैनात करेगी।
भाजपा सोशल मीडिया पर अब विपक्षी दलों के आरोपों से बचाव नहीं होगा बल्कि पार्टी अब आक्रामक मुद्रा में नजर आएगी। पार्टी नेताओं ने कहा है कि लोकसभा चुनाव तक विरोधियों की ओर से सोशल मीडिया पर मोदी सरकार और पार्टी द्वारा किए गए हर हमले का आक्रामक जवाब दिया जाए। लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में सोशल मीडिया और आईटी विभाग की राज्य स्तरीय कार्यशाला में इसकी रणनीति बनाई गई।
21 सदस्यीय टीम गठित
भाजपा ने आईटी और सोशल मीडिया पर ताकत बढ़ाने के लिए प्रदेश महामंत्री अनूप गुप्ता के नेतृत्व में 21 सदस्यीय टीम गठित की है। टीम में कामेश्वर नाथ मिश्रा, अंकित सिंह चंदेल, अभिषेक तिवारी सहित अन्य कार्यकर्ताओं को शामिल किया है। टीम को आगामी 15 दिनों में सभी जिलों में कार्यशाला की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
यूपी के लिहाज से काम बढ़ाना है
प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने कहा कि यूपी के लिहाज से भाजपा के फेसबुक पेज पर लाइक और शेयर नहीं आ रहे हैं। फेसबुक पेज की पहुंच को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक बढ़ाना है। प्रदेश प्रभारी स्वयं बराल ने कहा कि यूपी की टीम से जैसी अपेक्षा है वैसा काम दिखना चाहिए। यदि 80 लोकसभा सीटें जीतने का लक्ष्य है तो सोशल मीडिया पर वैसा काम दिखना चाहिए। वहीं भाजपा हर जिले में सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले वालंटियर्स को भी जोड़ेगी। इसके लिए हर जिले में वालंटियर्स मीट का आयोजन किया जाएगा। इन आयोजन को केंद्रीय मंत्री संबोधित करेंगे।
बूथ स्तर तक होगी आईटी और सोशल मीडिया की टीम
कार्यशाला में बताया गया कि अब आईटी और सोशल मीडिया की टीम बूथ स्तर तक होगी। प्रत्येक बूथ पर दो से तीन सदस्यों की टीम होगी। उन्हें विपक्षी दलों के दुष्प्रचार पर पलटवार के साथ मोदी सरकार का प्रचार करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। कार्यशाला में आईटी और सोशल मीडिया के लिए कंटेंट को बेहतर बनाने पर जोर दिया गया। मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष ने भी छोटी-छोटी टीमें बनाकर कंटेंट पर काम करने की आवश्यकता जताई।
सांड पर दें जवाब
कार्यशाला में बताया गया कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की ओर से सांड पर ट्वीट कर सरकार को घेरने का प्रयास किया जाता है। ऐसे में सोशल मीडिया के कार्यकर्ताओं को गोवंश के संरक्षण के लिए सरकार की ओर से कि गए कार्यों, पशु आश्रय स्थल बनाने की जानकारी दें। साथ ही अखिलेश सरकार के दौरान हुई अव्यवस्थाओं को भी उजागर करें।