अयोध्या के संतों ने 'आदिपुरुष' के बैन की उठाई मांग, कहा- 'बॉलीवुड हिंदू धर्म को बर्बाद कर रहा है'
प्रभास कृति सेनन और सैफ अली खान की फिल्म आदिपुरुष लगातार ट्रोलर्स के निशाने पर है। अब अयोध्या के कई संतों ने भी आपत्ति जताई है और फिल्म के बैन की मांग उठाई है।
ओम राउत की फिल्म आदिपुरुष लगातार ट्रोल हो रही है। पिछले कई महीनों से लोग फिल्म का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। हालांकि, रिलीज के बाद फिल्म दर्शकों की उम्मीदों पर पानी फेर रही है। वहीं, अब अयोध्या के संतों ने फिल्म के बैन की मांग उठाई है।
अयोध्या के संतों ने दावा किया कि आदिपुरुष में रामायण के पात्रों को गलत तरीके से दिखाया गया है। न्यूज एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार, राम जन्मभूमि के प्रमुख पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि पहले विरोध करने के बावजूद फिल्म निर्माताओं ने रामायण के पात्रों को गलत तरीके से पेश किया है और हिंदू देवी-देवताओं को 'विकृत' तरीके से दिखाया है।
डायलॉग्स को बताया शर्मनाक
उन्होंने कहा, "डायलॉग्स शर्मनाक हैं और आदिपुरुष पर तुरंत प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। भगवान राम, भगवान हनुमान और साथ ही रावण को पूरी तरह से अलग तरीके से प्रस्तुत किया गया है। यह हमारे देवताओं को पूरी तरह से अलग रूप में दर्शाता है, जो हमने अब तक पढ़ा और जाना है।"
हिंदू धर्म को बर्बाद करने का आरोप
हनुमान गढ़ी मंदिर के पुजारी राजू दास ने भी फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। उन्होंने कहा कहा, "बॉलीवुड हिंदू धर्म को बर्बाद करने पर तुला हुआ है। फिल्म आदिपुरुष इस बात का सबसे सही उदाहरण है कि इनके लिए हिंदू भावनाएं सबसे कम मायने रखती है।" इनके अलावा अयोध्या के संतों की सबसे शक्तिशाली संस्था मणि राम दास छावनी पीठ ने भी आदिपुरुष पर प्रतिबंध लगाने की मांग का समर्थन किया है।
बीते साल भी हुआ था विवाद
आदिपुरुष बीते साल अक्टूबर में टीजर रिलीज के बाद भी खूब ट्रोल हुई थी। अयोध्या के संतों ने मेकर्स पर आरोप लगाया था कि उन्होंने हिंदू देवी- देवताओं की छवि खराब की है और धार्मिक ग्रंथ रामायण के साथ छेड़छाड़ की है। संतों ने कहा था कि फिल्म में हनुमान को बिना मूंछ, दाढ़ी के साथ दिखाया गया था और कोई हिंदू ऐसा नहीं करता।