बाराबंकी: सरिया लदी डीसीएम में पीछे से टकराई बस, दो यात्रियों की मौत; सात घायल
निजी बस में सवार लंबे सफर के यात्री नींद में थे तो पास वाले उतरने की तैयारी कर रहे थे। तभी नशे में धुत चालक की लापरवाही से तेज रफ्तार बस अचानक सरिया लदी खड़ी डीसीएम में जा टकराई। सरिया कई यात्रियों को भेदते हुए शरीर के पार निकल गई। हादसे में दो यात्रियों की मौके पर मौत हो गई जबकि सात घायल हैं।
निजी बस में सवार लंबे सफर के यात्री नींद में थे तो पास वाले उतरने की तैयारी कर रहे थे। तभी नशे में धुत चालक की लापरवाही से तेज रफ्तार बस अचानक सरिया लदी खड़ी डीसीएम में जा टकराई। सरिया कई यात्रियों को भेदते हुए शरीर के उस पार निकल गई, कुछ तो सीट से हिल भी न सके। हादसे में दो यात्रियों की मौके पर मौत हो गई, जबकि सात घायल हैं, जिसमें से पांच को लखनऊ रेफर किया गया है।
वहीं गोंडा निवासी बस चालक घनश्याम दुबे को लोगों ने पुलिस के हवाले कर दिया है। यह दर्दनाक हादसा गोंडा-बहराइच राष्ट्रीय राजमार्ग मार्ग पर बुधवार रात साढ़े नौ बजे हुआ। गोंडा के करनैलगंज निवासी ट्रांसपोर्टर घनश्याम शुक्ला की बस बुधवार रात लखनऊ से गोंडा जा रही थी। लखनऊ और बाराबंकी में सवारियां लेते हुए बस मसौली के बिंदौरा गांव पहुंची थी, जहां आगे खड़ी एक डीसीएम से टकरा गई।
डीसीएम में लदी सरिया शीशे तोड़कर बस सवार यात्रियों के शरीर के आरपार निकल गई। चीख-पुकार पर स्थानीय लोग सहायता के लिए जुट गए। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से रेस्क्यू कर घायलों को निकालना शुरू किया। फंसी बस को निकालने के लिए जेसीबी का सहारा लिया गया। सरिया से बस निकलते ही डीसीएम बगल में स्थित तालाब में पलट गई। घायल यात्रियों को बाहर निकलवाकर सीएचसी बड़ागांव पहुंचाया गया, जहां से जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया। सभी यात्रियों के चेहरे, गर्दन अथवा सीने में सरिया से गंभीर चोट लगी थीं।
जिला चिकित्सालय में दो को मृत घोषित कर दिया गया। मृतकों में बस खलासी अवधराज शामिल हैं, जबकि दूसरे की शिनाख्त नहीं हो पाई है। घायल विश्राम नंद ने बताया कि बस लखनऊ से सवारियों को बिठाते हुए आ रही थी। करीब 30 यात्री सवार थे। अंधेरा होने के कारण हादसा कैसे हुआ कुछ समझ में नहीं आया।