सुलतानपुर: चार लोगोग अवैध असलहों के जखीरे के साथ पकड़े गए, तीन महीने से चल रहा था मौत का कारोबार
उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर में पुलिस ने असलहों के काले कारोबार खुलासा करते हुए जखीरा पकड़ा है। पुलिस के साथ एसटीएफ की टीम ने चार तस्करों को भी दबोचा है। पिछले चार महीने से मौत का कारोबार फल फूल रहा था। बता दें कि एसटीएफ व पुलिस टीम ने रंगे हाथ आरोपितों को असलहा बनाते हुए दबोचा है।
कोतवाली नगर पुलिस तथा स्पेशल टास्क फोर्स की संयुक्त कार्रवाई में मंगलवार की शाम असलहा तस्करों का एक बड़ा गिरोह पकड़ा गया। उनके पास से बड़ी मात्रा में असलहे तैयार करने वाले उपकरण दो बाइक तथा एक कार बरामद हुई है। पकड़े गए तस्कर प्रतापगढ़ व प्रयागराज के हैं।
इनमें से दो का आपराधिक इतिहास रहा है। अपर पुलिस अधीक्षक विपुल कुमार श्रीवास्तव ने कोतवाली नगर में बताया कि एसटीएफ लखनऊ के उपनिरीक्षक अमित कुमार तिवारी टीम के साथ कोतवाली नगर के अमहट चौराहे पर खड़े थे।
हथियारों की तस्करी करने वाले चार पहिया वाहन व दो पहिया वाहन से अमहट चौराहे पर आने का इनपुट मिलने पर उन्होंने कोतवाली नगर प्रभारी श्रीराम पांडेय को सूचना दी। इस दौरान चार पहिया वाहन और दो मोटरसाइकिलों पर सवार लोगों से पूछताछ की गई तो पता चला कि यह हथियार तस्करों का एक बड़ा गिरोह है।
इनमें से एक की शिनाख्त ऐनुल उर्फ रईस निवासी बहादुरपुर रोड गभड़िया कोतवाली नगर के रूप में हुई। वह जलेसरगंज धारूपुर, थाना लालगंज, जनपद प्रतापगढ़ का निवासी है। दूसरा पवनीश उर्फ पवनेश कुमार निवासी इंटिहा इब्राहिमपुर थाना हंडिया जनपद प्रयागराज का रहने वाला है। दोनों के पास से अवैध असलहा व जिंदा कारतूस बरामद हुआ।
एसटीएफ व पुलिस टीम ने अभियुक्तों के साथ बताए हुए मकान पर पहुंची तो वहां दो लोग अवैध असलहा बनाते मिले। यह मकान बंधुआ कला के अलीगंज निवासी असलम का है, जो सऊदी में रहता है। उसने इन लोगों को मकान किराये पर दिया था। दोनो की शिनाख्त स्वालहीन अंसारी, ग्यासुद्दीन निवासी लालगंज प्रतापगढ़ के रुप में हुई। पुलिस को यहां से पचास से अधिक अर्धनिर्मित असलहे व उनके उपकरण मिले। पुलिस विधिक कार्रवाई में जुटी है।