Chandrayaan-3: लैंडिंग सफल, लैंडर विक्रम चांद की सतह पर उतरा, भारत ने रचा इतिहास
ISRO के Chandrayaan-3 ने चांद पर सफल लैंडिंग की, भारत को दुनिया भर से मिल रही बधाइयां।
भारत ने चांद की सतह पर पहुंचकर इतिहास रच दिया है। ISRO के चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) ने चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग में सफलता पाई है। भारत समेत दुनिया भर के लोगों की निगाहें इस मिशन पर टिकी थीं, अब ISRO ने ऐलान किया है कि भारत अपने इस मिशन में 100 फीसदी सफल रहा।
लैंडर विक्रम के 6 बजकर 4 मिनट पर चांद की सतह को छूते ही देश भर में खुशी की लहर दौड़ गई। पीएम मोदी से लेकर राहुल गांधी तक सबने मिशन की सफलता पर वैज्ञानकों को बधाई दी।
भारत चांद पर पहुंचने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया है। इससे पहले रूस, अमेरिका और चीन ही ये उपलब्धि हासिल कर पाए हैं। भारत के इस मिशन का कुल बजट लगभग 615 करोड़ रुपये रहा, जो बाकी किसी भी देश के मिशन से सस्ता है।
ISRO के 1000 से ज्यादा वैज्ञानिकों ने इस मिशन पर काम किया. पिछले मिशन की असफलता से सीखते हुए ISRO ने इस बार तमाम सावधानियों का ध्यान रखा था। अंत में वैज्ञानिकों की मेहनत रंग लाई और भारत चांद फतह में कामयाब रहा।
भारत का ये मिशन 14 जुलाई को शुरू हुआ था और 40 दिनों में आज 23 अगस्त को चांद पर उतरा है। इसका लाइव टेलीकास्ट पीएम मोदी ने भी देखा। चंद्रयान की सफलता के बाद पीएम मोदी ने भी संबोधित किया और वैज्ञानिकों को बधाइयां दीं।
चंद्रयान की सफल लैंडिंग के बाद देश औकर विदेश से लोगों को बधाइयां मिलने लगी है। चंद्रयान-2 की असफलता के बाद भारत के लिए ये काफी बड़ी कामयाबी रही। ISRO के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने सफलता के बाद पूरी टीम को सफलता के लिए बधाई दी। चांद फतह के बाद भारत का अब अगला बड़ा स्पेस मिशन सूर्य को लेकर है।