मुख्तार की बहू ने SIT के सामने उगले राज, कई बार बनाया खराब तबीयत का बहाना; दवा खाकर चलता रहा सवालों का सिलसिला
निखत-नियाज की गिरफ्तारी के बाद डीआईजी जेल शैलेंद्र कुमार मैत्रेय ने जांच की थी जिसमें आरोपित जेल अफसरों के अलावा पांच और जेल कर्मी भी दोषी मिले थे। शासन ने जिनको निलंबित कर दिया है।
माफिया मुख्तार अंसारी की निखत बानो की पुलिस कस्टडी रिमांड सोमवार को समाप्त होने पर जेल भेज दिया गया। न्यायालय ने 17 फरवरी को निखत की तीन दिन और नियाज की पांच दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड दी थी। अभी नियाज से पुलिस दो दिन और पूछताछ करेगी। तीन दिन में निखत से करीब पांच दर्जन सवाल पूछे गए हैं जिसमें उसने जेल अधिकारियों व मददगारों के नामों को बताया है।
जेल में खेल
निखत का सोमवार की सुबह करीब आठ बजे शहरी स्वास्थ्य केंद्र कर्वी में स्वास्थ्य परीक्षण पुलिस ने कराया और सुबह साढ़े नौ बजे जिला जेल मे दाखिल कर दिया। बता दें कि 11 फरवरी को डीएम व एसपी ने निखत को जेल अधीक्षक कार्यालय के एक कमरे से पकड़ा था। उसके पास से दो मोबाइल फोन, 21 हजार रुपये नकदी, 12 रियाल (साउदी अरब) की मुद्रा, सोने व चांदी के आभूषण बरामद किए गए थे। उस पर बिना इंट्री के जेल में जाने व पति अब्बास को जेल से भगाने की साजिश रचने का आरोप था।
जेल चौकी प्रभारी श्यामदेव सिंह ने कर्वी कोतवाली में विधायक अब्बास अंसारी, पत्नी निखत बानो, चालक नियाज, जेल एसपी अशोक सागर, जेलर संतोष कुमार और वार्डर जगमोहन समेत अन्य ड्यूटी में रहे जेल कर्मियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, किसी व्यक्ति को मृत्य या घोर उपहति के लिए धमकाने, बंदी को भगाने की साजिश रचने सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था।
निखत-नियाज की गिरफ्तारी के बाद डीआईजी जेल शैलेंद्र कुमार मैत्रेय ने जांच की थी जिसमें आरोपित जेल अफसरों के अलावा पांच और जेल कर्मी दोषी मिले थे। जिनको शासन ने निलंबित कर दिया है। उधर पुलिस ने निखत को रिमांड में लेने के बाद तीन दिन पुलिस लाइन में रखा। वहां पर एसआईटी ने निखत और नियाज काफी लंबी पूछताछ की।
सपा नेताओं के साथ ठेकेदार व प्रापर्टी डीलर का नाम आया सामने
तीन दिन की पूछताछ में कई बार निखत ने तबीयत खराब होने का भी बहाना बनाया लेकिन पुलिस दवा व कुछ घंटे आराम करने के बाद पूछताछ का सिलसिला जारी रखा तो वह टूट गई और सभी राज उगल दिए। एसआईटी ने निखत से पूछा चित्रकूट जनपद में किसकी मदद लेती थी और किसने उसका जेल के अधिकारियों से परिचय कराया था? जेल अधिकारियों को क्या गिफ्ट दिया गया है?
तीन दिन पूछताछ में एसआईटी ने किए पांच दर्जन से अधिक सवाल
इन सवालों के जवाब में सपा महासचिव फराज खान के अलावा और कुछ सपा नेताओं के नाम सामने आए है वहीं ठेकेदार व प्रापर्टी डीलर का भी नाम बताया गया है। जिसके जेल में अच्छे ताल्लुकात हैं। उसी ने जेल अधिकारियों से सपा नेताओं के माध्यम से निखत की जेल में सेटिंग कराई थी। बताते हैं कि प्रापर्टी डीलर भी भूमिगत हो गया है। फराज पहले से फरार है।
रविवार को कर्वी कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक प्रभुनाथ यादव ने पुलिस बल के साथ उसके घर छापा मारा था। फराज के नहीं मिलने पर उसके पिता मुन्ने खां को पूछताछ के लिए लेकर पुलिस आई थी।
साक्ष्यों की होगी फोरेंसिक जांच
पुलिस विवेचना में मिले इलेक्ट्रानिक्स साक्ष्यों को एकत्र फोरेंसिक लैब में जांच के लिए भेज गया है। उसमें तमाम नेताओं की काल डिटेल हैं साथ ही जेल अफसरों को दिए गए उपहारों के भी साक्ष्य हैं।