सीएम योगी गाजीपुर दौरे पर। 195 करोड़ की लागत से कई परियोजनाओं का किया लोकार्पण और शिलान्यास
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नाथ सोमवार को गाजीपुर दौरे पर थे। कार्यक्रम के दौरान उन्होनें अपने सरकार की साढ़े चार साल की उपलब्धियों और विकास कार्यों को गिनाते हुए मुख्यमंत्री ने अपने 32 मिनट के भाषण में माफियाओं और गुंडाराज के खात्मे पर फोकस किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नाथ सोमवार को गाजीपुर दौरे पर थे। गाजीपुर जिले के सैदपुर के टाउन नेशनल इंटर कॉलेज में सीएम योगी का कार्यक्रम था। कार्यक्रम के दौरान उन्होनें अपने सरकार की साढ़े चार साल की उपलब्धियों और विकास कार्यों को गिनाते हुए मुख्यमंत्री ने अपने 32 मिनट के भाषण में माफियाओं और गुंडाराज के खात्मे पर फोकस किया। उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश की लोक कल्याणकारी सरकार रात-दिन जनहित और कल्याणकारी योजनाओं को मूर्त रूप देने में लगी है। मुख्यमंत्री अपने कार्यक्रम के निर्धारित समय से करीब एक घंटे की देरी से पहुंचे। कार्यक्रम दिन के सुबह 10:55 बजे से 12:35 बजे तक था, लेकिन मुख्मयंत्री कार्यक्रम स्थल पर 12:04 बजे पहुंचे। उनका संबोधन करीब आधे घंटे का हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत में 195 करोड़ की लागत से 1025 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि जनपद की जनता की जरूरत और उनके विकास में यह योजनाएं पूरी तरह सहायक हैं और व्यापक परिवर्तन ला सकेंगी। जिसमें 470 परियोजनाओं का लोकार्पण और 555 का शिलान्यास हुआ।
इस दौरान उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर हमला बोलते हुए कहा कि रामायण काल में भी जनपद की चर्चा होती है। राजा गाधि के पुत्र महर्षि विश्वामित्र ने यज्ञ में राक्षसों द्वारा उत्पन्न किए जा रहे विघ्न के निवारण के लिए अयोध्या के राजा दशरथ से राम और लक्ष्मण को मांगकर लोक कल्याण के यज्ञ को सफल करवाया। इस यज्ञ में भी मारीच और सुबाहु जैसे राक्षसों का वध कराकर देश में धर्म का राज स्थापित किया। इसके आगे उन्होंने कहा कि गाजीपुर में भी माफियाओं और अराजक तत्वों ने कब्जा जमा लिया था। हमेरी उन अराजक तत्वों को नेस्तनाबूत करने पर तुली है। इन माफियाओं के चलते गाजीपुर के युवा बदनाम हो गए थे। उन्हें बड़े शहरों के होटलों और धर्मशालाओं में जगह नहीं मिलती थी। उनकी पहचान का संकट उत्पन्न हो गया था। अब परिस्थितियां बदली हैं और युवाओं को सम्मान मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि गाजीपुर जिले का नवनिर्मित मेडिकल कॉलेज अंतिम चरण में है। इसका नामकरण महर्षि विश्वामित्र के नाम पर होगा। इससे गाजीपुर के अतीत को जोड़ा जाएगा जो उत्तम स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ भारतीय पहचान को याद दिलाएगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की चर्चा करते हुए कहा कि यह पूर्वांचल के लोगों के लिए एक उपलब्धि होगी। केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से बनाए गए इस हाईवे से लोग अब साढ़े तीन घंटे में लखनऊ की दूरी तय कर सकेंगे।