हाथ में जाम, पैरों में ट्रॉफी... कितनी बार भी विश्व कप जीत लो, पर तुमसे हार के बावजूद भी भारत जीता!
ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाड़ी मार्श की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें वे विश्व कप विजेता ट्रॉफी पर पैर रखे हुए दिख रहे हैं और दूसरी तस्वीर वायरल हो रही है भारतीय बल्लेबाज रोहित शर्मा की रोते हुए...!
भारत 2011 में विश्व विजेता बनने के बाद कप्तान एमएस धोनी, सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, गंभीर, सहवाग... हर कोई ट्रॉफी को चूमते दिख रहे थे। फीफा विश्व कप में जब लियोनेल मेसी की कप्तानी में अर्जेंटीना ने फीफा विश्व कप का खिताब जीता तो वह रातभर ट्रॉफी को सीने से लगाकर सोए थे। इसे कहतें हैं ट्रॉफी का असली सम्मान, वो ट्राफी जिसके लिए आप सालों कड़ी मेहनत करते हैं और कुछ भी कर गुजरने को तैयार होते हैं।
और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर मिचेल मार्श की सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर जिसमें मार्श दोनों पैर वर्ल्ड कप ट्रॉफी के ऊपर रखे हुए हैं और साथ ही हाथ में शैंपेन लिए हुए है। लोग मार्श की इस हरकत को विश्व कप ट्रॉफी का 'अपमान' बता रहे हैं। यह तस्वीर मार्श के घमंड में चूर होने का जीता जागता उदाहरण है।
ऑस्ट्रेलिया द्वारा विश्व कप ट्रॉफी जीतने के कुछ घंटों बाद साझा की गई इस तस्वीर के वायरल होते ही ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर मार्श को जनता की कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
भारत में विश्व कप को महोत्सव की तरह मनाया जाता है, क्रिकेट देखने और खेलने के साथ ही इसमें रूचि रखने वाले लोग इसे एक अलग मजहब की तरह मानते हैं। भारत में भारतीय टीम की हर जीत को जश्न के रूप में मनाया जाता है।
दूसरी तस्वीर जो वायरल हो रही है वो है भारतीय कप्तान हिटमैन की जिसमें वो इस खिताबी जंग को हरने के बाद मायूश दिखे और खुद केआसुओं को रोक नहीं पाए। मैदान से ड्रेसिंग रूम में जाते वक़्त कप्तान रोहित शर्मा की आँखों से आसूं छलक पड़े।
भारतीय क्रिकेटर ट्राफी और मेडल्स को कितना सम्मान देते हैं आप उसका अंदाजा भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा के मैच से ठीक पहले दिए गए बयान से लगा सकते हैं जिसमे उन्होंने कहा था की- "वह इस ट्रॉफी को चूमना चाहते हैं।" इससे समझा जा सकता है कि भारतीय टीम इस ट्रॉफी को किस नजर से देखती है और उसके मन में इसके लिए कितना सम्मान है।
ऑस्ट्रेलियाई टीम ने सिर्फ विश्व कप जीता है... उसके पास सिर्फ ट्राफी है जिसे वो अपने पैरों के नीचे रौंदती दिख रही है। यह ऑस्ट्रेलियाई टीम के घमंड को दर्शाता है। पर माफ करियेगा मार्श आप चाहे जितनी भी ऊंचाई पर क्यों न हों... यह विश्व कप ट्रॉफी हमेशा आपके पास नहीं रहेगी हर ढलती शाम के बाद एक नया सवेरा जरूर होता है और आप जब हारने वालों में से एक होंगे तब आपको इस ट्राफी की कीमत का अंदाजा लगेगा...। आप विश्व कप जीत कर भी हार गए... और भारतीय टीम हार कर भी 140 करोड़ देशवाशियों का दिल जीत गई।