T20WC 2007 फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ अंतिम ओवर सौंपते हुए धौनी ने जोगिंदर से क्या कहा था, खुला इसका राज
एम एस धौनी ने अंतिम ओवर जोगिंदर सिंह को दिया और उन्होंने मिस्बाह-उल-हक को आउट कर भारत को चैंपियन बना दिया। जोगिंदर अभी लीजेंड्स लीग क्रिकेट की टीम गुजरात जायंट्स के लिए खेल रहे हैं।
पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज जोगिंदर शर्मा ने कहा कि 2007 टी-20 विश्व कप के फाइनल के दौरान उस समय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने मुझसे कहा था कि दबाव मत लो अगर हारे तो यह मेरी जिम्मेदारी होगी।
दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में 24 सितंबर 2007 को उद्घाटन टी-20 विश्व कप फाइनल में पाकिस्तान पर भारतीय क्रिकेट टीम की जीत के शनिवार को 15 साल हो गए। जोगिंदर ने उस फाइनल में आखिरी ओवर फेंका था। 158 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरा पाकिस्तान को आखिरी छह गेंदों पर जीत के लिए 13 रन चाहिए थे। इसके बाद एम एस धौनी ने अंतिम ओवर जोगिंदर सिंह को दिया और उन्होंने मिस्बाह-उल-हक को आउट कर भारत को चैंपियन बना दिया। जोगिंदर अभी लीजेंड्स लीग क्रिकेट की टीम गुजरात जायंट्स के लिए खेल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अंतिम ओवर से पहले चर्चा यह नहीं थी कि मुझे किस लाइन और लेंथ पर गेंदबाजी करनी चाहिए या मेरी गेंदबाजी की रणनीति क्या होनी चाहिए। माही ने मुझसे कहा कि तुम किसी भी तरह का दबाव मत लो। अगर हम हारते हैं, तो यह उनके ऊपर आएगा। यहां तक कि जब मिस्बाह ने दूसरी गेंद पर मुझे छक्का लगाया, तब भी हम दबाव में नहीं थे। किसी भी समय, हमने चर्चा नहीं की कि हमें क्या करने की आवश्यकता है। तीसरी गेंद डालने से ठीक पहले मैंने देखा कि मिस्बाह स्कूप खेलने के लिए तैयार हो रहे हैं। इसलिए मैंने लेंथ में बदलाव किया और धीमी गेंदबाजी की और मिस्बाह इसे ठीक से हिट नहीं कर पाए। श्रीसंत ने कैच लपका और हम जीत गए।