Odisha Honey Trap: जानें अर्चना नाग के ब्लैकमेलर बनने की कहानी, इसके जाल में फंसे है विधायक से लेकर कई नेता
जानकारी के अनुसार खबर सामने आई है कि ब्लैकमेलर अर्चना के पास काफी संपत्ती है. अर्चना के पास बड़े-बड़े बंगले, महंगी कारें और करोड़ों रुपये की संपत्ति है. साथ ही मनी लांड्रिंग की बात भी सामने आ रही है. केस मे केंद्र व राज्य सरकार, ईडी, डीजी पुलिस, खडगिरी पुलिस स्टेशन, भुवनेश्वर के आइआइसी को पक्ष बनाया गया है.
उडिशा मे एक हनी ट्रैप का मामला काफी चर्चा मे है. दरअसल अर्चना नाग इन दिनों हनी ट्रैप को लेकर चर्चा में है. इस मामले को लेकर जहां विरोधी दल सत्ताधारी दल पर हमलावर हैं, वहीं पुलिस ने अर्चना की गिरफ्तारी के बाद से चुप्पी साध ली है. वही माना जा रहा है कि इस मामले पर एक फिल्मकार इस मामले पर फिल्म बनाने की तैयारी मे है. अब अर्चना नाग की गिरफ्तारी के 10 दिनों बाद भी पुलिस ने उसे रिमांड पर नहीं लिया है. ऐसे में पुलिस जांच में दिखाई दे रही ढिलाई के चलते भारतीय विकास परिषद की ओर से हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है.
सिंहपुर जिला अध्यक्ष की ओर से इस संदर्भ में उच्च न्यायालय में एक जनहित मामला दायर की है. उन्होंने अपने याचिका में कहा कि कमिश्नरेट पुलिस इस हाई प्रोफाइल हनीट्रैप मामले की जांच में ढिलाही बरत रही है ऐसे में मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से कराने के निर्देश दिए जाएं, याचिकाकर्ता ने हाई कोर्ट से अनुरोध किया है.
वही जानकारी के अनुसार खबर सामने आई है कि ब्लैकमेलर अर्चना के पास काफी संपत्ती है. अर्चना के पास बड़े-बड़े बंगले, महंगी कारें और करोड़ों रुपये की संपत्ति है. साथ ही मनी लांड्रिंग की बात भी सामने आ रही है. केस मे केंद्र व राज्य सरकार, ईडी, डीजी पुलिस, खडगिरी पुलिस स्टेशन, भुवनेश्वर के आइआइसी को पक्ष बनाया गया है. जानकारी के अनुसार अर्चना पहले किसी निजी कंपनी मे काम करती थी. इसके बाद व ब्यूटी पार्लर में काम करने लगी. सके बाद यहां काम करने वाले जगबंधु से शादी कर ब्यूटी पार्लर के साथ देह व्यापार भी चलाने लगी.
आपको बता दे इसके जाल में अभी तक 25 नेता फंस चुके हैं, जिसमें से 18 विधायक शामिल बताए जा रहे हैं जिन्हें अर्चना ने ब्लैकमेल किया है. चूंकि इसमें बीजद और भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के शामिल होने से राज्य पुलिस निष्पक्ष जांच करेगी, इस पर संदेह हो रहा है. इसलिए ईडी की जांच के लिए हाईकोर्ट में मामला दर्ज किया गया है.
अब अर्चना नाग, जो दूसरों को ब्लैकमेल करती थी, वह अपने ही जाल में फंस गई है. उसके खिलाफ दो मामले भुवनेश्वर के खडगिरी और नापल्ली थाने मे दर्ज हुए है. सिने प्रायोजिक अक्षय पारिजा ने खुद ब्लैकमेलिंग का शिकार होने के बाद 30 सितंबर को नयापल्ली थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने कहा था कि एक युवती के जरिए अर्चना नाग उन्हें ब्लैकमेल कर रही है. उनका कहना है कि उन्हें एक स्टार होटल में बुलाकर तीन करोड़ रुपये की मांग की है.