मुख्तार अंसारी की बहू पति से मिलने जेल गई, पुलिस ने पकड़ लिया
डीएम और एसपी ने जेल में छापा मारा.
मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी की पत्नी निखत अंसारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि वो जेल में बंद अपने पति से मिलने पहुंची थी. इस दौरान तलाशी में उनके पास प्रतिबंधित सामान मिला, जिसके बाद उन्हें हिरासत में लिया गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर नेता मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी बांदा की जेल में बंद हैं. 10 फरवरी को यहां उनसे मिलने उनकी पत्नी निखत अंसारी पहुंची. इसकी जानकारी जब डीएम और एसपी को हुई, तो उन्होंने जेल में छापा मारा. इस दौरान तलाशी में निखत के पास से मोबाइल, नगदी और दूसरे प्रतिबंधित सामान मिले. बताया जा रहा है कि ये मुलाकात जेलर के कमरे में हो रही थी.
FIR के मुताबिक, जेल प्रशासन के साथ सांठगांठ के बाद पिछले कई दिनों से मुलाकात हो रही थी. इसके लिए जेल रजिस्टर में कोई एंट्री नहीं होती थी.
इस मामले में सब-इंस्पेक्टर श्यामदेव सिंह यादव ने FIR दर्ज कराई है, जिसमें विधायक अब्बास अंसारी, उनकी पत्नी निखत बानो, ड्राइवर नियाज, जेल अधीक्षक अशोक कुमार सागर, उप कारागार अधीक्षक सुशील कुमार, कांस्टेबल जगमोहन और ड्यूटी पर तैनात जेल कर्मियों समेत 7 लोगों के नाम हैं.
डीआईजी जेल प्रयागराज को इस मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया है. रिपोर्ट आने के बाद जेल में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई भी हो सकती है.
मनी लॉन्ड्रिंग केस में बंद है अब्बास
अब्बास मऊ विधानसभा सीट से सुभासपा के विधायक हैं. उनपर मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में मार्च 2021 में केस दर्ज किया गया था, जिसमें फर्जी दस्तावेज से सरकारी जमीन कब्जाने, धोखाधड़ी से विधायक निधि का पैसा निकालने समेत तीन आरोप हैं. केस दर्ज होने के बाद अब्बास फरार हो गए थे. 25 अगस्त 2022 को एमपी-एमएलए कोर्ट ने उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया था. उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया गया. 5 नवंबर को ईडी ने करीब 9 घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया था.
गिरफ्तारी के बाद उन्हें प्रयागराज के सेंट्रल जेल में रखा गया था. नवंबर 2022 में यहां से शिफ्ट कर चित्रकूट की हाई सिक्योरिटी रगौली जेल भेजा गया. अब्बास के खिलाफ आर्म्स एक्ट और प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट में भी कई केस दर्ज हैं.