गोंडा: छपिया में दो सगी बहनों की गला घोंटकर हत्या, साड़ी का फंदा बनाकर की गई वारदात
गोंडा के छपिया में दो सगी बहनों की गला घोंटकर हत्या कर दी गई। दोनों का गला साड़ी के फंदे से कसा हुआ था। उनका शव तख्त पर पड़ा हुआ मिला है।
छपिया थाना क्षेत्र के वासुदेवपुर खैरहवा घाट झलहना में छप्पर के नीचे सो रहीं दो सगी बहनों की मंगलवार की रात साड़ी से गला घोंटकर हत्या कर दी गई। भोर में करीब साढ़े तीन बजे मां पानी पीने के लिए उठी तो उसने बेटियों को आवाज लगाई। जब बेटियों ने जवाब नहीं दिया तो वह दोनों बहनों के पास पहुंची। जहां दोनों को मृत पाया गया। हत्या की सूचना पर पुलिस अधीक्षक ने गांव पहुंचकर छानबीन की।
पिता मंगल निषाद ने बताया कि वह खेत में था। घर में उसकी पत्नी शांति देवी, बेटी सुमन (19), संगीता (17) व बेटा कन्हैया थे। उसका छप्पर का मकान है। रात 10.30 बजे खाना खाने के बाद परिवार के लोग सोने चले गए थे। सुमन और संगीता छप्पर के नीचे एक ही तख्त पर लेटी थीं। भोर में उसकी पत्नी शांति देवी उठीं तो तख्त पर दोनों लड़कियों का शव पड़ा था। दोनों के गले में साड़ी का फंदा कसा था।
घटना की सूचना पर मंगल निषाद ने कुछ दूर दूसरे छप्पर के नीचे सो रहे अपने बेटे सियाराम को दी। सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर, सीओ मनकापुर सौरभ वर्मा, प्रभारी निरीक्षक छपिया सतानंद पांडेय, चौकी प्रभारी मसकनवा बृजेश कुमार गुप्ता मौके पर पहुंचे। घटनास्थल पर डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम जांच कर रही है।
पिता मंगल निषाद ने बताया कि उसके चार बेटे व तीन लड़कियां हैं जिसमें एक लड़की राधा की शादी हो चुकी है। दूसरी सुमन कक्षा आठ तक पढ़ने के बाद घर पर रह रही थी। तीसरी लड़की संगीता 10वीं की छात्रा थी। चारों बेटों में सियाराम व कन्हैया घर पर रहते थे। शत्रुघ्न राजस्थान व शेषराम विजयवाड़ा में मेहनत मजदूरी करता है।
एसपी ने बताया कि दो लड़कियों का शव मिला है।
साड़ी के फंदे से गला कसा हुआ है। हत्या और आत्महत्या के बिंदुओं को केंद्रित करके तफ़्तीश की जांच की जा रही है। टीमें हर एंगेल से जांच कर रही हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही विवेचना की दशा और दिशा तय होगी। जांच में जो साक्ष्य मिलेंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।