गोरखपुर: छह सौ की जगह 17 सौ रुपये में सीटी स्कैन जांच करा रहे रोगी, BRD में 14 दिन से नहीं हो रही जांच
बीआरडी मेडिकल कालेज में 14 दिन से सीटी स्कैन की जांच नहीं हो रही। जिससे रोगियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोग कम खर्च में इलाज कराने की उम्मीद में दूर- दूर से बीआरडी में पहुंचते हैं। ऐसे में इन रोगियों को छह सौ की जगह 17 सौ रुपये भुगतान कर बाहर से जांच करानी पड़ रही है।
गोरखपुर जिले के गुलरिहा के हिमांशु गुप्ता को बुखार के साथ शरीर में अकड़न है। वह बीआरडी मेडिकल कालेज में भर्ती हैं। डाक्टर ने सिटी स्कैन जांच लिखी है। जब जांच के लिए पहुंचे तो कर्मचारी ने कहा कि मशीन खराब है। नरकटियागंज के सोहराब अंसारी को गिरने से सिर में चोट लग गई है। उन्हें भी डाक्टर ने सीटी स्कैन जांच के लिए लिखा, लेकिन जांच नहीं हो पाई।
यह तो बानगी भर है। बीआरडी मेडिकल कालेज में 14 दिनों से सीटी जांच नहीं हो रही है। कर्मचारी रोगियों को बता रहे कि मशीन खराब है। रोज 50 से अधिक रोगी निराश होकर लौट रहे हैं। कालेज प्रशासन की लापरवाही के कारण मशीन बन नहीं पा रही है। मेडिकल कालेज में यह जांच मात्र छह सौ रुपये में हो जाती है। रोगियों को बाहर इसके लिए 1700 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं। गरीब रोगियों के सामने संकट खड़ा हो गया है।
मेडिकल कालेज के रेडियोलाजी विभाग में 11 अगस्त से सीटी स्कैन जांच नहीं हो रही है। रोगी आ रहे हैं, कर्मचारी उन्हें लौटा दे रहे हैं। कह रहे कि मशीन बन जाएगी तब आइएगा। यह भी नहीं बता रहे कि मशीन कब तक बन जाएगी। सबसे ज्यादा परेशानी ट्रामा सेंटर में आने वाले गंभीर रोगियों को हो रही है। उनके लिए तत्काल सीटी स्कैन जांच जरूरी होती है, इसलिए उन्हें स्ट्रेचर पर बाहर ले जाकर जांच करानी पड़ रही है।
मेडिकल कालेज में सिर की सीटी स्कैन जांच का शुल्क 600 व पेट की 1500 रुपये है। बाहर इनकी कीमत क्रमश: 1700 व 3500 रुपये है। आयुष्मान लाभार्थी, अंत्योदय कार्ड धारक, कैदी एवं लावारिस रोगियों की मेडिकल कालेज में निश्शुल्क जांच होती है, उन्हें भी बाहर रुपये देकर जांच करानी पड़ रही है।
क्या कहते हैं प्राचार्य
बीआरडी मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. गणेश कुमार ने बताया कि सीटी स्कैन मशीन ठीक है, प्रिंटर खराब हो गया है। इससे प्लेट प्रिंट नहीं हो पा रहा है। कंपनी को प्रिंटर बनाने के लिए लिखा गया है। शीघ्र ही बन जाएगा।