यूपी के ग्लोबल समिट की दिल्ली में लॉन्चिंग, योगी बोले- ये नए भारत का नया UP; 10 लाख करोड़ का होगा निवेश
समिट में 21 देशों के प्रतिनिधि और उद्यमी मौजूद रहे। अब देखना होगा कि फरवरी से शुरू होने वाली समिट का कितना फायदा युवाओं को मिलता है।
ग्लोबल यूपी इन्वेस्टर्स समिट-2023 के माध्यम से योगी सरकार प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 10 खरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रही है। मंगलवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने समिट का लोगो लॉन्च किया और निवेशकों से इसमें भागीदार बनने का आह्वान किया। यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के कर्टेन रेजर कार्यक्रम में 43 देशों के राजदूत एवं 13 देशों के औद्योगिक विकास मंत्री भी शामिल हुए।
सुषमा स्वराज प्रवासी भारतीय भवन में सीएम योगी ने कहा, "ये नए भारत का नया UP है। भारत की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए यूपी का योगदान 1 ट्रिलियन डॉलर का देने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है।
इसके लिए अगले साल फरवरी में 10 से 12 फरवरी तक उत्तर प्रदेश में इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया जा रहा है। अब तक हम 40 देशों से संपर्क कर चुके हैं जिसमें 21 देशों की तरफ से सहभागिता का आश्वासन दिया है। इसके लिए 18 देशों के रोड शो और अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।”
'समिट के जरिए 10 लाख करोड़ का निवेश लाएंगे'
योगी ने कहा, "समिट के जरिए 10 लाख करोड़ के वैश्विक निवेश का लक्ष्य रखा है। हम वैश्विक आर्थिक समुदाय के लिए मंच देने के लिए तैयार हैं। हम अपने निवेशकों को बताना चाहते हैं कि यूपी में भारत की सबसे लंबी 16 हजार किमी. रेल लाइन मौजूद है। 2 फ्रेंड कॉरिडोर हैं। 5 इंटरनेशनल एयरपोर्ट और बढ़िया एक्सप्रेस-वे है।"
'यूपी में सबसे बड़ी युवा जनसंख्या'
योगी ने कहा, "भारत का चौथा सबसे बड़ा राज्य यूपी है। 24 करोड़ लोगों वाला यूपी सबसे बड़ा श्रम और उपभोक्ता बाजार है। यूपी में पीएम की गति शक्ति नेशनल मास्टर प्लान लागू हुआ है। इस मास्टर प्लान के तहत यूपी सरकार ने परियोजना के लिए महत्वपूर्ण 45 से अधिक लेयर्स को एक साथ लाया है। राज्य में 72 विश्वविद्यालय और 169 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के साथ भारत की सबसे बड़ी युवा जनसंख्या है।"
नंद गोपाल नंदी ने कहा- विकास की नई कहानी लिखेगा UP
समारोह में औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' ने कहा कि इस फ्लैगशिप इन्वेस्टर्स समिट से हम निवेशक समुदाय को यूपी में बुला रहे हैं। भारत के विकास की एक नई कहानी हम यूपी से लिख रहे हैं। बहुत जल्द औद्योगिक क्षेत्र में हम नए निवेश के साथ जॉब्स के नए अवसर भी लेकर आएंगे।
निवेश सारथी और GIS की वेबसाइट शुरू की गई
अब आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश शासन इस कार्यक्रम का आयोजन कर रही है। शुरुआती सेशन में केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्रों के मुख्य प्रबंधक व राजदूतों के साथ संवाद हुआ है। यूपी जीआईएस-23 का लोगो और टैगलाइन भी लोगों के सामने लाई गई। इसके साथ-साथ यूपी शासन के ऑनलाइन प्रोत्साहन प्रबंधन पोर्टल, निवेश सारथी और यूपी GIS-2023 की ऑफिशियल वेबसाइट का भी शुभारंभ किया गया।
GIS 2023 इसलिए है खास
आने वाले 5 सालों में उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन यूएस डॉलर की इकोनॉमी बनाने की दिशा में उत्तर प्रदेश सरकार विशेष तौर पर प्रयास कर रही है। इसका एक कारण यह भी है कि केंद्र सरकार भी देश को 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने का प्रयास कर रही है। ऐसे में केंद्र द्वारा हाल ही में आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश समेत कुल 5 राज्यों में ग्लोबल इनवेस्टर्स को लाने के लिए बड़ी मुहिम शुरू की गई है।
इसमें यूपी चूंकि जनसंख्या, मैनपावर समेत कई मायनों में न केवल अन्य राज्यों से बड़ा है बल्कि यहां मैन्युफैक्चरिंग समेत कई सेक्टर्स में इन्वेस्टमेंट की असीमित संभावनाएं हैं। इन्हीं संभावनाओं को लक्ष्य करते हुए यूपी ग्लोबल इनवेस्टर समिट 2023 के आयोजन के जरिए बड़े स्तर पर पूरी दुनिया से निवेशकों को अपनी ओर आकर्षित करना चाहती है। मौजूदा प्रयास भी इसी संदर्भ में हो रहा है।
लखनऊ में लगेगा पूरी दुनिया के इनवेस्टर्स का जमावड़ा
- यूपी ग्लोबल इनवेस्टर समिट 2023 का आयोजन लखनऊ में फरवरी 10 से 12 को बीच किया जाएगा।
- ये 3 दिवसीय कार्यक्रम पॉलिसी मेकर्स, इनवेस्टर्स, कॉर्पोरेट लीडर्स, बिजनेस डेलिगेट्स, एकेडमिक्स की फील्ड के दिग्गज को एक मंच साझा करने का मौका देगा।
- 25 प्लस पॉलिसी पर फोकस किया जाएगा। इनके जरिए देश के अलावा दुनिया की दिग्गज कंपनियों और FDI को आकर्षित किया जा रहा है।
- यूपी सरकार 10 लाख करोड़ रुपए के लक्ष्य को हासिल करने और 25 सेक्टर्स जैसे कि आईटी, मैनुफैक्चरिंग, ड्रोन, टूरिज्म व डिफेंस में काम कर रही है।
- यूपी के 5 शहरों को भी इन्वेस्टमेंट हब के तौर पर विकसित किया जाना है। इससे जाॅब बढ़ेंगी।