बाराबंकी: आफत बनी बारिश, तीन ने गंवाई जान, सड़के नालों में तब्दील
लगातार 12 घंटे हुई मूसलाधार बारिश ने जिले भर में तबाही मचा दी। शहर में जमुरिया नाले का पानी सारी सीमाओं को लांघ गया और सैकड़ों घरों को आगोश में ले लिया। शहर के अधिकांश मोहल्लों में बाढ़ जैसे हालात बन गए।
लगातार 12 घंटे हुई मूसलाधार बारिश ने जिले भर में तबाही मचा दी। शहर में जमुरिया नाले का पानी सारी सीमाओं को लांघ गया और सैकड़ों घरों को आगोश में ले लिया। शहर के अधिकांश मोहल्लों में बाढ़ जैसे हालात बन गए। हजारों लोग अपने घरों में फंस गए। उधर, शहर से सटे जसमंडा गांव में दीवार गिरने से सगे भाई-बहन की मौत हो गई, जबकि मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र में एक किशोर की बिजली गिरने से मौत हो गई।
रविवार की रात करीब दो बजे तेज गड़गड़ाहट के साथ बारिश शुरू हुई। सुबह होते-होते शहर में बाढ़ जैसे हालात बनना शुरू हो गए। जमुरिया नाले के किनारे बसे घोसियाना, अभयनगर, दुर्गापुरी, कैलाश आश्रम समेत तमाम मोहल्लों में घरों में पानी घुसने लगा। यहां बसे करीब 1000 घर पूरी तरह से जलमग्न हो गए, जिससे हाहाकार मच गया। नाले का पानी छाया चौराहा से लेकर राजकमल रोड, सिविल लाइन, पटेल तिराहे से होकर बहने लगा, जिससे आवागमन बंद करना पड़ा।
बिगड़ते हालात देखकर डीएम अविनाश कुमार, एसपी दिनेश कुमार सिंह ने मोर्चा संभाला। जमुरिया किनारे बसे मोहल्लों का भ्रमण कर हालात का जायजा लिया। एसडीआरएफ की टीम बुलवाकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कराया। एसडीआरएफ की टीम ने तीन स्टीमर की सहायता से घरों में फंसे लोगों को निकालना शुरू किया, जिनमें बच्चों, बुजुर्गों से लेकर गर्भवती महिलाएं भी शामिल रहीं। शाम तक करीब 600 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
उधर, शहर कोतवाली इलाके के जरसंडा गांव में आकाश कनौजिया की नौ वर्षीय पुत्री अंशिका व सात वर्षीय पुत्र सौरभ पर सोनेलाल के घर की कच्ची दीवार भरभराकर गिर गई। जब तक उन्हें जिला अस्पताल लाया गया, तब तक मौत हो चुकी थी। मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र के गोड़ियनपुरवा गांव में खेत से लौट रहे शिव कुमार (16) पुत्र दुलारे बिजली गिरने से गंभीर रूप से झुलस गया, उसे सीएचसी लाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
इसके अलावा फतेहपुर, रामनगर, कुर्सी व मोहम्मदपुर खाला क्षेत्रों में करीब दो दर्जन कच्चे व पक्के मकान धराशायी हो गई। कई स्थानों पर बिजली गिरने से भवन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। बारिश शुरू होने के बाद से जिले भर की बिजली आपूर्ति ध्वस्त है, जिससे पेयजल का संकट भी खड़ा हो गया। डीएम अविनाश कुमार ने बताया कि सभी एसडीएम को अलर्ट मोड पर रखा गया है और पूरे हालात पर नजर है।
ढह गए दस मकान, तीन मवेशी मरे
एसडीएम रामनगर अनुराग सिंह ने बताया कि बारिश से दस मकानों को क्षति हुई है। बिजली गिरने से तीन मवेशियों की मौत हुई है। इन्हें दैवीय सहायता के लिए कार्रवाई शुरू की गई है। इसके अलावा चैनपुरवा, गोसाइपुरवा, अमोली कीरतपुर में जलभराव है। करसा कला का बंधा क्षतिग्रस्त हुआ है। रुहेरा में बनमऊ बुढनापुर मार्ग कट गया है। रामनगर में यूनियन इंटर कॉलेज के पास पानी निकासी की व्यवस्था के लिए ईओ को निर्देशित किया गया है।