यूपी के इस जिले में अगले दो दिनों तक लागू रहेगा डायवर्जन, भारी वाहनों का नहीं हो सकेगा प्रवेश
माघी पूर्णिमा 24 फरवरी को है। इस स्नान पर्व को लेकर नोइंट्री और रूट डायवर्जन शुक्रवार रात आठ बजे से लागू हो गया है। नोइंट्री 25 फरवरी की रात दस बजे तक लागू रहेगी। इस दौरान भारी वाहन शहर की सीमा में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। माघी पूर्णिमा पर यातायात व्यवस्था में कोई व्यवधान न उत्पन्न हो इसके लिए तैयारी कर ली गई है।
माघी पूर्णिमा 24 फरवरी को है। इस स्नान पर्व को लेकर नोइंट्री और रूट डायवर्जन शुक्रवार रात आठ बजे से लागू हो गया है। नोइंट्री 25 फरवरी की रात दस बजे तक लागू रहेगी। इस दौरान भारी वाहन शहर की सीमा में प्रवेश नहीं कर सकेंगे।
माघी पूर्णिमा पर यातायात व्यवस्था में कोई व्यवधान न उत्पन्न हो, इसके लिए तैयारी कर ली गई है। भारी वाहनों का प्रवेश शुक्रवार रात से प्रतिबंधित कर दिया गया है। साथ ही शहर में भी मेला क्षेत्र में जाने वाले मार्गों पर यातायात पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। कहीं भी जाम की समस्या उत्पन्न होने पर तत्काल उच्चाधिकारियों को जानकारी देने के निर्देश दिए गए हैं।
ई-रिक्शा व टेंपो का संचालन रहेगा प्रतिबंधित
माघी पूर्णिमा पर माघ मेला क्षेत्र में ई-रिक्शा एवं टेंपो का संचालन प्रतिबंधित रहेगा। इसके साथ ही शास्त्री पुल, नया यमुना पुल और पुराना यमुना पुल से ई-रिक्शा व टेंपो का संचालन नहीं होगा। शहर से मेला क्षेत्र की तरफ जाने वाले ई-रिक्शा और टेंपो को सीएमपी डिग्री कालेज, बैरहना चौराहा, संगम पेट्रोल पंप चौराहा, अलोपी मंदिर तिराहा से रोका जाएगा।
ये हैं नो इंट्री प्वाइंट
मलाक हरहर तिराहा, हबूसा मोड़, सोरांव बाइपास, नवाबगंज बाइपास, फाफामऊ, मंदर मोड़ धूमनगंज, ट्रांसपोर्ट नगर तिराहा, रामपुर चौराहा, घूरपुर थाना गेट, लैप्रोसी चौराहा और अंदावा चौराहा।
इन मार्गों पर रूट डायवर्जन
- कानपुर से शहर की ओर आने वाले भारी वाहन कोखराज कौशांबी में बने बाइपास पर मोड़ दिया जाएगा, जो बाइपास से हंडिया होते हुए वाराणसी जाएंगे।
- वाराणसी की ओर से कानपुर जाने वाले वाहन हंडिया बाइपास रोड होते हुए कोखराज से कानपुर की तरफ जाएंगे।
- फतेहपुर स्थित चौडगरा चौराहे से बिंदकी से बंधवा तिराहा ललौली से चिल्ला होते हुए बांदा की तरफ भेजे जाएंगे। वापसी का मार्ग भी यही रहेगा।
- कानपुर से मीरजापुर की तरफ जाने वाले वाहनों को बिंदकी से ललौली होते हुए बांदा की तरफ भेजे जाएंगे। कर्वी से मऊ, शंकरगढ़, नारीबारी, खीरी, कोरांव, मांडा से दाहिने मुड़कर मीरजापुर की तरफ जाएंगे। वापसी का मार्ग भी यही रहेगा।
- कानपुर से रीवा की तरफ जाने वाले वाहनों के लिए घाटमपुर, हमीरपुर रोड बांदा, कर्वी, शंकरगढ़, से नारीबारी से दाहिने मुड़कर रीवा जाएंगे। वापसी का मार्ग भी यही रहेगा।
- कानपुर से औराई मीरजापुर जाने वाले भारी वाहनों को कोखराज, बाइपास पर मुड़कर सीधे हंडिया से औराई से मुड़कर चील्ह होते हुए मीरजापुर जाएंगे।
- रीवा से प्रयागराज होकर वाराणसी जाने वाले वाहनों को मनिगवां से हनुमना होते हुए मीरजापुर और फिर वहां से वाराणसी भेजा जाएगा। वापसी का मार्ग भी यही रहेगा।
- रीवा से प्रयागराज होकर लखनऊ जाने वाले वाहनों को शंकरगढ़ से मुड़कर कर्वी, बांदा होते हुए फतेहपुर से रायबरेली होकर लखनऊ भेजा जाएगा।
- रायबरेली से प्रयागराज होकर वाराणसी जाने वाले भारी वाहन प्रतापगढ़ के भोपियामऊ, मुंगराबादशाहपुर जौनपुर होते हुए वाराणसी भेजे जाएंगे।
श्रद्धालुओं के वाहनों के लिए बनाए गए पार्किंग स्थल
- प्लाट नंबर 17 पार्किंग
- गल्ला मंडी दारागंज पार्किंग
- हेलीपैड पार्किंग
- काली सड़क पर दाहिने एवं बाएं बनी पार्किंग
- ओल्ड जीटी कछार पार्किंग
भीड़ अधिक होने पर प्रस्तावित पार्किंग
- मीरजापुर-रीवा की ओर से आने वाले दो व चार पहिया वाहनों को लेप्रोसी चौराहे के बगल में नवप्रयागम पार्किंग में पार्क कराया जाएगा।
- जौनपुर-वाराणसी की ओर से आने वाले वाहनों को कटका तिराहे से ओल्ड जीटी रोड़ पर कछार भूमि पार्किंग/त्रिवेणीपुरम पार्किंग में पार्क कराया जाएगा।
- कानपुर की ओर से आने वाले वाहनों को सीएमपी डिग्री कालेज, केपी इंटर कालेज, विद्या वाहिनी मैदान, सीएवी इंटर कालेज पार्किंग में पार्क कराया जाएगा।
- लखनऊ-प्रतापगढ़ की ओर से आने वाले वाहनों को कर्नलगंज इंटर कालेज/एनसीसी मैदान एवं नागवासुकी मंदिर के पास बने बघाड़ा एसटीपी पार्किंग में भी पार्क कराया जाएगा।
पैदल आने वाले स्नानार्थियों के लिए मार्ग
- संगम आने वाले स्नानार्थी जीटी जवाहर से प्रवेश कर काली सड़क आकर काली रैंप से होते हुए संगम अपर मार्ग से संगम तक जा सकेंगे।
- संगम से वापसी के लिए अक्षयवट मार्ग से होते हुए इंटरलाकिंग मार्ग से जगदीश रैंप मार्ग एवं त्रिवेणी मार्ग चौराहे से वापस परेड क्षेत्र स्थित पार्किंग स्थल पहुंचेंगे।
- हासिमपुर फ्लाई ओवर से होकर बक्शी बांध के रास्ते नागवासुकी मंदिर इंटरलॉकिंग मार्ग से मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालु पांटून पुल नंबर पांच के रास्ते झूंसी की ओर पांटून पुल नंबर पांच और पांटून पुल नंबर छह के बीच बने स्नान घाटों तक जा सकेंगे।