काशगंज हादसा: 24 मौतों से गांव में मचा हाहाकार; ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार थे 54 लोग, मुंडन संस्कार के लिए जा रहे थे सभी
गंगा स्नान के लिए ट्रैक्टर ट्रॉली से जा रहे लोग मुंडन संस्कार की खुशी में व्यस्त थे। कपलिंग टूटने से सड़क किनारे तालाब में ट्रॉली पलटने से 24 की मौत के बाद गांव में चीत्कार मची है। अधिकारियों ने गांव में दौड़ लगा दी। शासन ने पूरी मदद का आश्वासन दिया है। सीएम ने भी संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
कासगंज जनपद के पटियाली क्षेत्र में ट्रैक्टर-ट्राली पलटने से हुई 24 लोगों की मृत्यु की सूचना जब गांव कसा में पहुंची तो हा-हाकार मच गया। आसपास के गांवों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। सभी लोग गांव के वीरपाल के पुत्र के मुंडन संस्कार के लिए गंगाजी जा रहे थे। ट्रैक्टर-ट्राली में कुल 54 लोग सवार थे। ट्रैक्टर-ट्राली ओवरलोड थी। माना जा रहा है कि इसी कारण असंतुलित हुई।
ट्रैक्टर ट्रॉली में थे 54 लोग
मृतकों में वीरपाल की पत्नी 50 वर्षीय शकुंतला देवी शामिल हैं। इस दर्दनाक हादसे में राजेश का 10 साल का पुत्र कार्तिक और दो माह की पुत्री अंसुनी की भी मृत्यु हुई है। ट्रैक्टर-ट्राली में 54 लोग सवार थे, जो गांव कसा, खिरिया, रौरी और गांव बरार के रहने वाले हैं। रौरी के चार लोग इस ट्रैक्टर-ट्राली में थे, जबकि खिरिया से दो लोग गए थे। सबसे ज्यादा लोग गांव की बुजुर्ग महिला बिट्टो देवी के परिवार से थे।
गांव कसा के लोग
गांव कसा से शिवम, उसमा देवी, आर्यन, अंजली, अनुभव, रजनी, रानी, कुंवरपाल, दीक्षा, माडल, प्रांशु, गायत्री देवी, सतेंद्र सिंह, पुष्पा देवी, गौरव, गौरव का बेटा बिट्टू, पुत्री सपना, शकुंतला देवी, मीरा देवी, दीक्षा अवनेश, दर्शनपाल, लक्ष्मी देवी, रूबी, अनमोल, देवांशु, महेंद्रपाल, शिवानी, कार्तिक, सोम्या, ओमपाल, मिथलेश, तनु, राजकुमारी, कुलदीप, कमलेश, संजीव, जविता, संजीव की पुत्री पायल, रामबेटी, राजपाल, मीरा देवी, श्यामलता सहित 54 लोगों की सूची प्रशासन ने बनाई है, जो गंगाजी के लिए निकले थे।
रौरी के लोग
इसके अलावा रौरी के राहुल, अंजली, सनी एक अज्ञात गांव बरार के नेकराम, एक बालक अज्ञात, गांव खिरिया के साहब सिंह और देवेंद्र सिंह भी ट्रैक्टर-ट्राली में थे। अभी कुछ शव तालाब में हो सकते हैं। इसलिए प्रशासन ने वहां गोताखोरों को लगाया है और जाल तालाब में डाले जा रहे हैं। उधर मृतकों के घरों में हा-हाकार मचा है। सबसे ज्यादा मृतक कसा गांव के हैं। महिलाओं और बच्चों की संख्या भी अधिक है।
डीएम, एसएसपी गांव पहुंचे
जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह, एसएसपी राजेश सिंह, गांव कसा पहुंच गए हैं। वहां पर फोर्स की तैनाती कर दी गई है। जिलाधिकारी ने पोस्टमार्टम के बाद शव पहुंचने से पहले ही अंतिम संस्कार की सभी व्यवस्थाएं करने के अधीनस्थों को निर्देश दिए हैं।